जयपुर. 21 जून को खगोलीय घटना के रूप में भी देखा जाता है और इसका ज्योतिषीय महत्व भी है. 21 जून को सूर्य अपने उच्चतम बिंदु पर होता है, जिसके परिणाम स्वरूप उत्तरी गोलार्द्ध पर दिन सबसे बड़ा होता है और दक्षिणी गोलार्द्ध पर सबसे छोटा दिन होता है. इस बार 21 जून को सूर्योदय 5:36 बजे और सूर्यास्त 7:19 बजे होगा. इसी दिन अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है.
ज्योतिषाचार्य डॉ. अमित व्यास के अनुसार इस खगोलीय घटना का असर ज्योतिषीय दृष्टि से भी महत्व रखता है. उसका बड़ा कारण है कि सूर्य का प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है. राजनीतिक और सामाजिक जीवन पर भी पड़ता है. उन्होंने बताया कि इस बार 21 जून को राजनीतिक उठापटक देखने को मिल सकती है. वहीं, बुध पुष्य नक्षत्र होने की वजह से कई सुखद संयोग भी देखने को मिलेंगे. व्यापार, वाणिज्य वस्तुओं और वाहनों का क्रय-विक्रय करने के लिए यहां तक कि मांगलिक कार्य के लिए भी ये सर्वोत्तम दिन है.
पढ़ें : न्यायप्रिय और कर्म अधिपति शनि आज होंगे कुंभ राशि में वक्री, राशियों पर ये होगा प्रभाव
वहीं, ज्योतिषाचार्य डॉ मनोज गुप्ता ने कहा कि इस बार 21 जून को बुध पुष्य नक्षत्र का योग बनेगा. इस दिन व्यापारी या नौकरी पेशा भगवान गणपति के प्रतीक स्वरूप कोई भी वस्तु लेकर आते हैं तो वो लाभकारी रहेगा. गणेश जी की छोटी मूर्ति, चांदी का सिक्का, साबुत हरे मूंग को हरे कपड़े में बांध कर अपने घर या तिजोरी में रखें, तो इससे इस योग में धनसंपदा में वृद्धि करने में सहायक होगा. कहा जाता है कि इस नक्षत्र में यदि कोई वस्तु लेकर आते हैं तो, उसके शुभ परिणाम चिरकाल तक प्राप्त होते हैं. इसी वजह से इस नक्षत्र का महत्व भी है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पुष्य नक्षत्र पर सोना-चांदी आभूषण, श्रीयंत्र घर लाना लाभकारी माना गया है. इसी तरह निवेश के लिए भी ये दिन शुभ फलदाई है. वहीं जमीन, मकान, वाहन की खरीददारी के लिए भी पुष्य नक्षत्र को श्रेष्ठ माना गया है. इसके साथ ही इस दिन नए व्यापार की स्थापना करना भी व्यापार को अभीष्ट फल देने वाला होगा.