जयपुर. प्रशासनिक सुधार विभाग की टीम ने बुधवार को शिक्षा संकुल कार्यालय में लेट लतीफ दफ्तर पहुंचने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों का औचक निरीक्षण. इस दौरान आधे कार्मिक नदारद मिले. प्रशासनिक सुधार विभाग के एसीएस आर. वेंकटश्वरन के निर्देश पर विभाग की 22 सदस्यीय टीम ने उपसचिव डी. के. स्वामी और सहायक शासन सचिव अनिल चतुर्वेदी के नेतृत्व में शिक्षा संकुल स्थित कार्यालयों का सुबह 09:40 पर औचक निरीक्षण कर उपस्थिति रजिस्टर जब्त कर जांच की तो आधे कर्मचारी और अधिकारी गैरहाजिर मिले.
प्रशासनिक सुधार विभाग के सहायक शासन सचिव अनिल चतुर्वेदी ने बताया कि विभाग के उच्च अधिकारियों से मिले निर्देश के बाद 22 सदस्यीय दल ने शिक्षा संकुल में औचक निरीक्षण किया. इस दौरान 740 में से 355 कर्मचारी और अधिकारी अनुपस्थित मिले. जिनमें 260 राजपत्रित में से 109 और 480 अराजपत्रित में से 246 की अनुपस्थिति दर्ज हुई.
वहीं, औसत देखा जाए तो 14.92 फीसदी राजपत्रित और 51.25 अराजपत्रित कर्मचारी और अधिकारी उनुपस्थित रहे. बता दें कि प्रशासनिक सुधार विभाग ने अक्टूबर के पहले सप्ताह से औचक निरीक्षण अभियान शुरू किया था. जिसमें सबसे पहले यह अभियान सचिवालय में शुरू हुआ था. जहां पर 70 फीसदी से अधिक कर्मचारी और अधिकारी अनुपस्थित मिले थे. इसके बाद प्रशासनिक सुधार विभाग ने सचिवालय से बाहर अन्य विभागों पर भी औचक निरीक्षण अभियान चलाया. जहां कर्मचारियों और अधिकारियों की अनुपस्थिति का औसत ज्यादा रहा.
बता दें कि मुख्य सचिव डी. बी. गुप्ता ने प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर को निर्देश दिए थे कि वह जिला स्तर पर एक मॉनिटरिंग टीम बनाए जो देरी से दफ्तर आने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों पर नजर रखे. फिलहाल, प्रशासनिक सुधार विभाग की तरफ से औचक निरीक्षण अभियान जारी है. वहीं, जिस तरह से अधिकारियों और कर्मचारियों के नदारद रहने का औसत सामने आ रहा है वो चिंताजनक है.