हनुमानगढ़. कोरोना वायरस की तीसरी लहर से निपटने के लिए राज्य और केंद्र सरकार पहले से ही पूरी तैयारी करने में जुटी है. दूसरी लहर की तरह तीसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी ना हो इसके लिए प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में केंद्र और राज्य सरकार की ओर से ऑक्सीजन प्लांट तैयार करवाए जा रहे हैं. हनुमानगढ़ टाउन स्थित जिला अस्पताल में केंद्र सरकार की ओर से एक और राज्य सरकार की ओर से दो ऑक्सीजन प्लांट लग रहे हैं, लेकिन अभी तक तीनों में से एक भी ऑक्सीजन प्लांट शुरू नहीं हो पाया है.
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वहीं, एनएचएम विभाग की ओर से 65 सिलेंडर का ऑक्सीजन प्लांट 25 जुलाई तक शुरू करने का दावा किया गया था, अभी तक वह भी नहीं लग पाया है. इसी विभाग की ओर से पूर्व में 35 सिलेंडर का ऑक्सीजन प्लांट लगाया था. अब 72 लाख रुपए खर्च कर 100 सिलेंडर ऑक्सीजन प्रतिदिन तैयार करने की क्षमता का प्लांट संचालित किया जाना है. प्लांट की मशीनें नहीं पहुंचने के कारण कार्य अधर में है.
डीआरडीओ को 200 सिलेंडर प्रतिदिन क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट तैयार करना है. भवन का निर्माण एनएचआईए ने किया है. मशीनें कब तक आएंगी इसके बारे में अस्पताल प्रशासन को कोई जानकारी नहीं है. यही स्थिति डीएलबी की ओर से निर्माण किए जा रहे ऑक्सीजन प्लांट की है. स्वायत्त शासन विभाग की ओर से 100 सिलेंडर ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाना है. इस प्लांट से ऑक्सीजन एमसीएच यूनिट, बच्चा वार्ड और एनआईसीयू में सप्लाई की जानी है.
वार्डों में लग चुके हैं मेनिफोल्ड
जिला अस्पताल की एमसीएच यूनिट के पास दो प्लांट का निर्माण डीएलबी करवा रही है. इसकी नोडल एजेंसी स्थानीय नगर परिषद है. एक ऑक्सीजन प्लांट 50 सिलेंडर का तो दूसरा ऑक्सीजन प्लांट 100 सिलेंडर का तैयार होना है. इस पर करीब एक करोड़ की लागत प्रस्तावित है. इन प्लांट से ऑक्सीजन की सप्लाई एमसीएच यूनिट के बच्चा वार्ड और एनआईसीयू में होगी. फिलहाल वार्ड मेनिफोल्ड लगाने का कार्य किया जा रहा है. प्रधानमंत्री केयर फंड के तहत लगने वाले ऑक्सीजन प्लांट में मशीनें नही पहुंचने की वजह से ताला लटका पड़ा है.
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जब इस बारे में नगरपरिषद अधिकारियों और अस्पताल पीएमओ से बात की गई तो नगरपरिषद अधिकारियों की तरफ से 10 से 15 दिन में प्लांट शुरू होने का दावा किया गया तो वहीं, बाकी केंद्र सरकार की तरफ से बनने वाले प्लांट के बारे में भी पीएमओ ने शीघ्र प्रोजेक्ट पूरा होने की बात कही है. एनएचएम पूर्व में संचालित जिला अस्पताल के ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की क्षमता सौ सिलेंडर करवा रहा है. इसमें करीब 72 लाख रुपए खर्च होने है. जिला अस्पताल में स्थित धर्मशाला के पीछे स्थित 35 सिलेंडर क्षमता वाला जनरेशन प्लांट के बगल में अपग्रेड किया गया है.
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इन सभी प्लांट की क्षमता के अनुसार 90 प्रतिशत ऑक्सीजन सप्लाई की जा सकेगी. एक ऑक्सीजन सिलेंडर में सात क्यूबिक मीटर गैस होती है. 72 लाख की लागत से तैयार किए जा रहे प्लांट से 65 सिलेंडर ऑक्सीजन तैयार होगी और वर्तमान में जिस ऑपरेशन प्लांट से ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है, उससे रोजाना 35 सिलेंडर ऑक्सीजन तैयार होती है. जिला अस्पताल में प्रतिदिन ऑक्सीजन सिलेंडर तैयार करने की क्षमता 450 के करीब हो जाएगी. इन प्लांट से प्रतिदिन 90 प्रतिशत यानि 400 सिलेंडर ऑक्सीजन की सप्लाई वार्डों में की जा सकेगी.
फैक्ट फाइल
विभाग | ऑक्सीजन प्लांट (सिलेंडर प्रतिदिन) |
एनएचएम | 100 |
डीएलबी | 150 |
डीआरडीओ | 200 |