हनुमानगढ़. कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर विपक्षी राजनीतिक पार्टियां, किसान मजदूर वर्ग जगह-जगह प्रदर्शन और अन्य तरीकों से अपना विरोध जता रहे हैं. सभी को आंदोलन से जोड़ने के हर भरसक प्रयास भी कर रहे हैं, ताकि सरकार कानून वापस लेने को मजबूर हो जाए.
आंदोलन में अधिक से अधिक लोग जुड़ सके इसके लिए हनुमानगढ़ के छात्र-छात्राओं की ओर से हनुमानगढ़ जंक्शन के मुख्य बाजार के भगतसिंह चौक पर तख्तियों पर "भारत व किसान" को बचाने,"No FARMERS NO FOOD" इत्यादि के स्लोगन लिख कर शांतिपूर्ण तरीके से सरकार के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए, नारेबाजी और हर आने-जाने वाले राहगीरों को कृषि कानूनों के नुकसान बताते हुए अधिक से अधिक आंदोलन से जुड़ने की अपील करते दिखे. उनका कहना है, की जब तक कानून वापस नहीं लिए जाते उनका ये विरोध का गांधीवादी तरीका बदस्तूर जारी रहेगा.
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बता दें कि आंदोलन में किसानों और अन्य सभी वर्गों का अधिक से अधिक समर्थन जुटाने के लिए हनुमानगढ़ में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी महासभा कर चुके हैं. आने वाली 12 फरवरी को कांग्रेस पूर्वाध्यक्ष राहुल गांधी हनुमानगढ़ के पीलीबंगा कस्बे में किसान सभा मे शिरकत कर, किसानों को सबोंधित करेंगे. अब देखना ये होगा कि सरकार तीनो कृषि कानूनो पर किसानों की मांगों के अनुरूप निर्णय लेती है या ये आंदोलन यूं ही चलता रहेगा.