हनुमानगढ़. जिले में युवक ने अपनी गांव की नाबालिग युवती का फोटो एडिट कर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया है. इस वीडियो का जब युवती के परिजनों को पता चला तो उन्होंने गोलूवाला थाने में मामला दर्ज करवाया. लेकिन, इस मामले में पुलिस आरोपी को बचाने में लगी है. महज छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर इतिश्री कर ली. जबकि पीड़िता के परिवार का आरोप है कि इस मामले में पॉक्सो धारा लगनी थी जो कि पुलिस ने नहीं लगाई है.
वहीं पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि मामला दर्ज करवाया गया था तो पीड़िता की मार्कशीट भी लगाई गई थी. जिसमें लड़की नाबालिक है. लेकिन पुलिस ने लड़की को बालिग दिखाया और उसकी जन्मतिथि में हेरफेर कर दिया. जिससे कि आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट ना लगे. लेकिन, पीड़िता के परिवार ने साफ कर दिया है कि इस मामले में पुलिस ने आरोपी को बचाने के लिए सब किया है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस वाले आरोपी के रिश्तेदार हैं. वहीं उन्होंने साफ कर दिया कि इस मामले में चुप नहीं रहेंगे और अगर उन्हें न्याय नहीं मिलता है पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो वह धरना प्रदर्शन भी करेंगे.
वहीं इस पूरे मामले में एडवोकेट ने कहा है कि जो कागजों में युवती की उम्र दर्शायी गई है वह पुलिस की कारगुजारी है. क्योंकि मार्कशीट में स्पष्ट है कि पीड़िता भी नाबालिग है. लेकिन पुलिस ने उसे बालिग बताया है. वहीं इस मामले में सही जांच की जाए और पोक्सो का धारा लगाई जाए. साथ ही दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाए नहीं तो वे पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने धरना देंगे. इस मामले में जब पुलिस से बात करनी चाही तो वह कार्यालय में मौजूद नहीं मिले. देखना होगा कि अब मामला उछला है तो पुलिस क्या कदम उठाती है.