हनुमानगढ़. जिले के रिजर्व पुलिस लाइन में तैनात एक हेड कांस्टेबल ने राज्यपाल, राष्ट्रपति और अन्य उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर अपने परिवार सहित आत्महत्या की स्वीकृति मांगी है. इस मामले में ईटीवी भारत की टीम ने पीड़ित हेड कांस्टेबल कैलाश चंद्र के परिवार से मिलकर उनका हाल जाना है.
बता दें कि उच्चाधिकारियों से खफा और प्रताड़ित हेड कांस्टेबल बैल्ट नम्बर 101 ने 3 अगस्त को राज्यपाल को सात पन्नों का पत्र लिख परिजनों की जान को खतरा बताया था. साथ ही ये भी लिखा कि अगर उसके और परिवार के साथ कोई अनहोनी होती है तो इसके जिम्मेदार जिला पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और पुलिस लाइन के अधिकारी होंगे.
इतना ही नहीं कैलाश ने पुलिस के उच्च अधिकारियों और कर्मचारियों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था. इसके साथ ही पदोन्नति में रोड़े अटकाने और आए दिन अलग-अलग तरह से परेशान करने के गंभीर आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की थी. ऐसा नहीं होने पर सामूहिक आत्महत्या करने की स्वीकृति मांगी थी.
हेड कांस्टेबल और उसके परिवार से खास बातचीत
हेड कांस्टेबल और उनकी धर्मपत्नी पिंकी देवी ने ईटीवी भारत के जरिए अपनी पीड़ा सरकार और उच्चाधिकारियों तक रखते हुए बताया कि वे लंबे समय से मानसिक यातनाएं झेल रहे थे, जिसके चलते उन्होंने मार्च में भी सुसाइड करने का मन बना लिया था. लेकिन एक साथी पुलिसकर्मी की ओर से समझाने पर उसने आत्महत्या करने का इरादा बदल दिया. इस बीच उसकी परेशानियां कम होने की बजाय बढ़ती ही गई, जिसके चलते उसे ऐसा कठोर कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा.
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जब से ये मामला मीडिया में आया है, तब से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. इस संबंध में एसपी राशि डोगरा का कहना है कि हेड कांस्टेबल को बुलाया गया है, उससे बातचीत की जाएगी और समस्या का समाधान किया जाएगा.