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संस्कृति और कला को समर्पित रहेगा 'वागड़ महोत्सव', पर्यटन को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के होंगे प्रयास - वागड़ महोत्सव

शहर की स्थापना दिवस के अवसर पर हर साल वागड़ महोत्सव का आयोजन किया जाता है. 6 से 8 नवम्बर तक चलने वाले इस महोत्सव को लेकर जिला कलेक्टर से खास निर्देश दिए हैं. इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य जिले को पर्यटन की दृष्टि से और सशक्त बनाना होगा.

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Published : Oct 21, 2019, 2:03 PM IST

डूंगरपुर. जिले के स्थापना दिवस पर 6 से 8 नवम्बर तक वागड़ महोत्सव का आयोजन होगा. इस बार वागड़ महोत्सव वागड़ की कला और संस्कृति को समर्पित रहेगा. महोत्सव के माध्यम से जिले के पर्यटन को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के प्रयास भी होंगे.

डूंगरपुर के वागड़ महोत्सव से पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

जिला कलेक्टर आलोक रंजन का कहना है कि वागड़ क्षेत्र की कला और संस्कृति समृद्ध है इसलिए प्रयास होगा कि इस क्षेत्र की विशिष्ट संस्कृति, शिल्प और हस्तकला को राष्ट्रीय स्तर तक पहचान मिले. साथ ही जिले में पर्यटन के क्षेत्र में नई संभावनाओं का विकास हो सके. जिला कलेक्टर ने SEO प्रभातीलाल जाट को महोत्सव का प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया है.

पढ़ें- कांग्रेस के बाद अब डूंगरपुर में भाजपा की गांधी संकल्प यात्रा...कितनी सियासत, कितनी हकीकत !

कलेक्टर का कहना है कि ने कहा कि वागड़ महोत्सव केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं रहेगा. यह उपखण्ड और ब्लॉक स्तर तक मनाया जाएगा. जिससे हर व्यक्ति इस उत्सव से जुड सकें. वागड़ महोत्सव को लेकर प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. इसको पूर्ण रूप से सफल बनाने के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ ही स्वयंसेवी संगठनों, होटल एसोसिएशन से भी सहयोग मांगा गया है.

पढे़ं- डूंगरपुर में क्रिकेट प्रतियोगिता का आगाज

एडीएम कृष्णपालसिंह चौहान ने 'वागड़ महोत्सव' को वागड़ की पहचान बताया है. साथ ही और बाजारों को सजाने, धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों पर रोशनी करने जैसे कार्यो में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए आग्रह किया है. वागड़ महोत्सव में पारंपारिक वेशभूषा में बच्चों के रैम्प वॉक कार्यक्रम होंगे. पर्यटन को बढ़ावा देने स्थानीय महिला कलाकारों की ओर से तैयार कृतियों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. साथ ही साथ 'वागड़ श्री' और 'वागड़ नी रूपारी' जैसी प्रतियोगिताओं के भी आयोजन की तैयारी की जा रही है.

डूंगरपुर. जिले के स्थापना दिवस पर 6 से 8 नवम्बर तक वागड़ महोत्सव का आयोजन होगा. इस बार वागड़ महोत्सव वागड़ की कला और संस्कृति को समर्पित रहेगा. महोत्सव के माध्यम से जिले के पर्यटन को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के प्रयास भी होंगे.

डूंगरपुर के वागड़ महोत्सव से पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

जिला कलेक्टर आलोक रंजन का कहना है कि वागड़ क्षेत्र की कला और संस्कृति समृद्ध है इसलिए प्रयास होगा कि इस क्षेत्र की विशिष्ट संस्कृति, शिल्प और हस्तकला को राष्ट्रीय स्तर तक पहचान मिले. साथ ही जिले में पर्यटन के क्षेत्र में नई संभावनाओं का विकास हो सके. जिला कलेक्टर ने SEO प्रभातीलाल जाट को महोत्सव का प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया है.

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कलेक्टर का कहना है कि ने कहा कि वागड़ महोत्सव केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं रहेगा. यह उपखण्ड और ब्लॉक स्तर तक मनाया जाएगा. जिससे हर व्यक्ति इस उत्सव से जुड सकें. वागड़ महोत्सव को लेकर प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. इसको पूर्ण रूप से सफल बनाने के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ ही स्वयंसेवी संगठनों, होटल एसोसिएशन से भी सहयोग मांगा गया है.

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एडीएम कृष्णपालसिंह चौहान ने 'वागड़ महोत्सव' को वागड़ की पहचान बताया है. साथ ही और बाजारों को सजाने, धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों पर रोशनी करने जैसे कार्यो में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए आग्रह किया है. वागड़ महोत्सव में पारंपारिक वेशभूषा में बच्चों के रैम्प वॉक कार्यक्रम होंगे. पर्यटन को बढ़ावा देने स्थानीय महिला कलाकारों की ओर से तैयार कृतियों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. साथ ही साथ 'वागड़ श्री' और 'वागड़ नी रूपारी' जैसी प्रतियोगिताओं के भी आयोजन की तैयारी की जा रही है.

Intro:डूंगरपुर। डूंगरपुर के स्थापना दिवस पर 6 से 8 नवम्बर तक वागड़ महोत्सव का आयोजन होगा। इस बार वागड़ महोत्सव वागड़ की कला और संस्कृति को समर्पित रहेगा। वहीं महोत्सव के माध्यम से जिले के पर्यटन को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के प्रयास भी होंगे।Body:जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने कहा कि वागड़ क्षेत्र की कला और संस्कृति समृद्ध है, इसलिए प्रयास होगा कि इस क्षेत्र की विशिष्ट संस्कृति, शिल्प व हस्त कला को राष्ट्रीय स्तर तक पहचान मिले तथा पर्यटन के क्षेत्र में नई संभावनाओं का विकास हो सके।
कलक्टर रंजन ने एसीईओ प्रभातीलाल जाट को वागड़ महोत्सव के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया है।कलक्टर रंजन ने कहा कि वागड़ महोत्सव केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं होकर गांवों में भी उत्सवी माहौल रहेगा। यह उत्सव पूरे जिले के विद्यालयों, टीएडी छात्रावासों, आंगनवाडी केन्द्रों, उपखण्ड व ब्लॉक स्तर तक मनाया जाएगा, जिससे हर व्यक्ति इस उत्सव से जुड सकें।
वागड़ महोत्सव को लेकर प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। इसे लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ ही स्वयंसेवी संगठनों, होटल एसोसिएशन से भी सहयोग मांगा गया है। एडीएम कृष्णपालसिंह चौहान ने ‘वागड महोत्सव ’ को वागड़ की पहचान बताया और आमजन से सहभागिता निभाते हुए बाजारों को सजाने, धार्मिक, ऐतिहासिक स्थलों पर रोशनी करने, आमजन से अधिक से अधिक सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए कहा है।
वागड़ महोत्सव में पारंपारिक व देश भक्ति की वेशभूषा में बच्चों के रेम्पवॉक कार्यक्रम होंगे। पर्यटन को बढ़ावा देेने, बेसहारा को सहयोग प्रदान करने, स्थानी महिला कलाकारों की ओर से तैयार कलाओं व कृतियों की प्रदर्शनी लगाने, ‘वागड़ श्री’ एवं ‘वागड़ नी रूपारी’ जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन की तैयारी की जा रही है।

बाईट- आलोक रंजन, जिला कलेक्टर डूंगरपुर।Conclusion:
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