डूंगरपुर. कोरोना संकटकाल में कई परिवारों की आमदनी बंद हो गई है, तो प्रतिदिन कमाकर खाने वाले परिवारों के सामने दो वक्त की रोटी का संकट आ गया है. डूंगरपूर जिले में ऐसे कई संगठन, संस्थाएं व भामाशाह हैं, जो कि ऐसे जरूरतमंद परिवारों की मदद करने में लगे हैं.
डूंगरपुर शहर में एक ऐसे ही समाजसेवी व भामाशाह हैं हरीश मेहता, जो सालों से समाज सेवा के क्षेत्र में भी काम कर रहे हैं. पेयजल किल्लत वाले क्षेत्रों में निशुल्क पानी के टैंकर पहुंचाने की बात हो या फिर बेजुबान जानवरों के लिए परिण्डे व प्याऊ लगाने या पौधरोपण सभी क्षेत्रों में मेहता सेवा का काम करते हैं. कोरोना काल में भी कई लोगों के काम धंधे बंद हैं, तो उनके सामने भी पेट की भूख मिटाने का संकट आ गया. ऐसे लोगों की मदद के लिए हरीश मेहता आगे आये हैं.
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मेहता बताते हैं कि सभी समाज के अध्यक्ष से बात करने के बाद उनके समाज में जरूरतमंद लोगों की सूची बनाई गई. इसके बाद उन लोगों तक खाने-पीने का सूखा राशन वितरण किया जा रहा है. ऐसे 101 परिवारों को निशुल्क एक-एक माह का राशन वितरण किया जा रहा है. मेहता ने आज शहर के भाटिया समाज के 31 परिवारों को राशन के पैकेट वितरित किये. उन्होंने बताया कि वे अब तक 51 परिवारों को राशन बाट चुके हैं. वहीं यदि 101 परिवारों के अलावा भी लोग आते हैं, तो वे उनकी भी मदद करेंगे. उन्होंने बताया कि उन्होंने यहां से जो कमाया है, वो यहीं के लोगों को देने में बड़ी खुशी मिलती है.