डूंगरपुर. कोरोना वायरस के संक्रमण से देश और दुनिया के साथ ही प्रदेश का डूंगरपुर जिला भी जूझ रहा है. जिले में कोरोना के 5 पॉजिटिव केस आने के बाद अब जाकर चिकित्सा विभाग ने राहत की सांस ली है. दिन पहले 2 पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आये जिन 34 लोगों का सैंपल लिया गया था, बुधवार को उन लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. लेकिन चिकित्सा विभाग फिर भी एहतियात बरत रहा है और उन लोगों को क्वॉरेंटाइन में रहने के लिए पाबंद किया गया है.
इसके अलावा दो दिन पहले ही सीमलवाड़ा से आए एक युवक के कोरोना पाॅजिटिव आने के बाद उसके संपर्क में आये परिवार के सदस्य, वाहन चालक और उसके परिवार के लोग, डॉक्टर, चिकित्सा कर्मी, पुलिसकर्मी सहित 49 लोगों के सैंपल लिए गए थे, जिसमें सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली है. लेकिन चिकित्सा विभाग और प्रशासन किसी भी तरह को खतरा मोल नहीं लेना चाहते, इसलिए सभी लोगों को 14 दिनों तक क्वॉरेंटाइन में रहने के लिए पाबंद किया है. वहीं सीमलवाड़ा कस्बे के करीब साढ़े 8 हजार की आबादी में घर-घर सर्वे किया जा रहा है.
लॉकडाउन का 18वां दिन, बाजारों में सन्नाटा
कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर प्रदेश में 22 मार्च से लॉकडाउन है और जिसे बुधवार को 18 दिन हो चुके हैं. जिसके काारण बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है और इमरजेंसी सेवाओं को छोड़ सभी दुकानें बंद हैं. जिले में सभी सड़कें सुनी पड़ी है, पुलिस जगह-जगह बेरिकेटिंग लगाकर सख्ती बरत रही है और लगातार लोगों को घरों में रहने की हिदायत दे रही है.
बता दें कि, जिले में कोरोना का पहला केस 27 मार्च को सामने आया था, जिसमें इंदौर से लौटे पिता-पुत्र में कोरोना पोजेटिव की पुष्टि हुई थी. इसके बाद से चिकित्सा विभाग की टीम परिवार के लोगों के सैंपल लेकर निगरानी कर रही थी. इसी बीच 30 मार्च को उसी परिवार के एक और शख्स भी कोरोना पोजेटिव आया. वहीं करीब 5 दिन बाद फिर उसी परिवार का 11 साल का एक बच्चा भी कोरोना पाॅजिटिव पाया गया. ये सभी सदस्य आसपुर थाना क्षेत्र के एक गांव के एक ही परिवार से हैं, जहां पिछले 13 दिनों से कर्फ्यू लगा है और लगातार निगरानी की जा रही है.