डूंगरपुर. जिले में एसडीएम तथा अन्य सरकारी कार्मिकों को बंधक बनाने के मामले में डूंगरपुर से कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. कांग्रेस पार्टी के प्रधान, पूर्व प्रधान समेत कई नेता अपने ही विधायक के खिलाफ उतर गए हैं. कांग्रेस नेताओं ने सरकार के अफसरों के साथ विधायक के ऐसे बर्ताव पर नाराजगी जताई है.
इसी कड़ी में बिछीवाड़ा पंचायत समिति से कांग्रेस प्रधान देवराम रोत और पूर्व विधायक लाल शंकर घटिया की पत्नी एवं पूर्व प्रधान राधा देवी घाटिया ने प्रेस वार्ता की. सर्किट हाउस में हुई इस प्रेस वार्ता में राधादेवी घटिया ने अधिकारियों को बंधक बनाने की घटना की निंदा (Dungarpur Congress leaders condemn Ganesh Ghogra) की. उन्होंने कहा कि शासन और प्रशासन दोनों एक सिक्के के दो पहलू हैं और इस घटना के बाद शासन और प्रशासन के बीच दरार पैदा हो गई है. जिससे सरकार की योजनाओं को धरातल पर लागू करने में मुश्किलें पैदा होंगी.
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प्रधान देवराम रोत ने कहा कि घोघरा को ऐसा कदम उठाने से पहले उच्च अधिकारियों अथवा कांग्रेस के मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं से बातचीत करनी चाहिए थी. रोत ने कहा कि अधिकारियों को बंधक बनाने, विधायक के इस्तीफा भेजने और विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने जैसी घटनाओं से कांग्रेस पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ है. वहीं राज्य सरकार की छवि भी धूमिल हुई है. प्रेस वार्ता के दौरान देवराम और राधादेवी ने घोघरा पर पिछले 3 सालों के दौरान क्षेत्र के पूर्व जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के भी आरोप लगाए.