डूंगरपुर. कोरोना वायरस की महामारी के बीच पैंथर की दस्तक से जिले में वन्यजीव प्रेमी खुश हैं. तो वहीं दहशत का माहौल भी बना हुआ है. जिले के रागेला गांव में एक पैंथर ने दो गायों का शिकार किया. जबकि एक दिन पहले मांडव में पत्थरों के बीच गुफा में पैंथर के शावकों को भी देखा गया था.
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार देर रात को ही दोवड़ा थाना क्षेत्र के नागेला में पैंथर की चहल-कदमी दिखाई देना शुरू हो गई थी. इसके बाद से गांव में भय का माहौल बना हुआ था. शनिवार सुबह पुनाली-गेहूवाड़ा रोड पर पैंथर ने एक गाय का शिकार किया, तो कुछ ही दूरी पर दूसरी गाय को भी शिकार बनाया. इसके बाद गांव में डर का माहौल बन गया है.
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सूचना पर रेंजर गिरीश कुमार, फोरेस्टर तेजसिंह, वनपाल वागचंद सहित वनकर्मी मौके पंहुचे. पैंथर ने गायों के पीछे ओर गर्दन में हमला कर शिकार किया हुआ था. यह गाय गांव के ही मणिलाल और ईश्वरलाल की थी. वहीं वन विभाग की टीम गांव में तैनात है और पैंथर की गतिविधियों पर नजर रखे हुए है. बताया जाता है कि गेहूवाड़ा की खाली पड़ी खदानों में पैंथर रहता है.
तीनों शावक को ले गई पैंथर
शुक्रवार को ही मांडव गांव के पहाड़ियों पर स्थित पत्थरों की गुफा के बीच पैंथर के 3 शावक नजर आए थे. इसके बाद से गांव में डर का माहौल था. वहीं वन विभाग की टीम निगरानी कर रही था. देर रात को गुफा के पास पैंथर के आने की आहट हुई थी और इसके बाद शावकों को लेकर चली गई. शनिवार सुबह वनकर्मियों ने गुफा की तरफ देखा तो पैंथर के तीनों शावक नहीं थे. इसके बाद वनकर्मियों ने राहत की सांस ली.