डूंगरपुर. बालिकाओं की शिक्षा और बदलाव के दौर में वह किस तरह से अपने आप को सुरक्षित महसूस करें, इसके लिए संधान संस्थान की ओर से 'बदलाव एक मुहिम' कार्यशाला आयोजित की गई. जिसमें बेटियों को लेकर कई विषयों पर चर्चा की गई.
बता दें, यूनिसेफ के सहयोग से समग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत यह कार्यशाला आयोजित की गई. इसमें कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय और छात्रावास में अध्ययनरत बालिकाओं ने भाग लिया. कार्यशाला में बालिकाओं के जीवन कौशल और भविष्य की संभावनाओं पर विषय विशेषज्ञों ने विचार रखे.
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जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा ने संस्थान की ओर से बालिका शिक्षा के साथ ही उनमें आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए जो नवाचार या प्रोग्राम चलाये जा रहे हैं, उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम की जरूरत है. जिससे कि बालिकाएं खुलकर सामने आ सकें. वह किसी भी बात के लिए संकोच नहीं करें और इसके साथ ही उनकी सुरक्षा की भी पूरी जिम्मेदारी है. संधान के निदेशक ओर पूर्व आईएएस राजेन्द्र भाणावत ने कहा कि बालिकाओं के विकास के लिए संस्थान की ओर से कई प्रोग्राम चलाये जा रहे हैं. साथ ही बालिकाओं के विकास को लेकर भी कई कार्यक्रम होंगे.
राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की बालिका शिक्षा उपायुक्त स्नेहलता, समग्र शिक्षा अभियान के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक गोवर्धनलाल यादव मौजूद थे. कार्यशाला में बालिकाओं के सम्पूर्ण विकास के लिए सभी आयामों पर चर्चा की गई. इस कार्यक्रम में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, संदर्भ व्यक्ति, केजीबीवी की वार्डन, अध्यापिकाएं ओर वार्डन शामिल हुए.