डूंगरपुर. कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी से देश, दुनिया और प्रदेश जूझ रहा है. तो आदिवासी बहुल जिला भी इससे अछूता नहीं है. लेकिन इसका सबसे बड़ा असर गरीबो पर पड़ा है. जो रोज मेहनत मजदूरी कर दो वक्त की रोटी का जुगाड़ कर पाते थे.
अब ऐसे परिवारों के लिए डूंगरपुर नगर परिषद की ओर से संचालित रोटी बैंक भी आगे आया है. रोटी बैंक न केवल लोगों को भोजन के पैकेट वितरित कर रहा है. बल्कि दूध भी निःशुल्क पंहुचा रहा है, ताकि गरीब भूखा और कमजोर नहीं रहे.
शहर में संचालित रोटी बेंक के संरक्षक और नगर परिषद के सभापति के. के गुप्ता ने बताया कि वैश्विक बीमारी की विपदा को चुनौती देते हुए लगातार शहरवासियों से जुड़कर उनके स्वास्थ्य और उनकी देनिक जरूरत को पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए रोटी बैंक की ओर से रोजाना 500 से ज्यादा भोजन के पैकेट तैयार करवाए जा रहे है.
रोटी बेंक के संस्थापक सदस्य प्रेमांशु पंड्या ने बताया कि भोजन के पैकेट को गरीब लोगों की कॉलोनी तक जाकर पंहुचाया जा रहा है. भोजन पैकेट में रोटी, सब्जी, दाल, चावल दिए जा रहे है.
इसके अलावा हर गरीब को रोटी बैंक के संस्थापक सदस्य डूंगरलाल पटेल की ओर से दूध पैकेट भी दिए जा रहे है. ताकि कोई भी गरीब खाने की कमी से भूखा नहीं सोए. पंडया ने बताया कि भोजन पैकेट वितरण लॉक डाउन जारी रहने तक हर गरीब के घर तक जाकर पंहुचाया जाएगा. इसके लिए स्वयंसेवियों की अलग-अलग टीमें लगी हुई है जो अलग-अलग कॉलोनियों में जाकर भोजन वितरित कर रहे है.
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सभापति गुप्ता ने विपदा की इस घड़ी में शहर के भामाशाहो को आगे आकर गरीब और जरूरतमंद परिवारों को भोजन उपलब्ध कराने में सहयोग करने की अपील की है. इसी तरह का सेवा का कार्य मुस्कान संस्थान भी कर रही है, जो रोजाना 500 पैकेट भोजन वितरित किए जा रहे है. इसके अलावा एमएमबी ग्रुप की ओर से गरीब परिवारों तक एक माह का राशन पंहुचाया जा रहा है.