डूंगरपुर. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ महेंद्र परमार ने बताया कि सरकार की ओर से 22 जुलाई से मिजल्स रूबेला टीकाकरण अभियान की शुरुआत की जाएगी. इसके तहत जिले में 9 माह से लेकर 15 साल तक के बच्चों को रूबेला का टीकाकरण किया जाएगा.
जिले में करीब 4 लाख 65 हजार बच्चों का टीकाकरण होगा जो बच्चों को खसरे सहित कई तरह की बीमारियों से बचाएगा. अभियान को लेकर चिकित्सा विभाग की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई है. जिले में डॉक्टर और सभी स्वास्थ्यकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है.
सीएमएचओ डॉ परमार ने बताया कि खसरा एक गंभीर बीमारी है .जिस कारण 9 माह से लेकर 15 साल तक के बच्चों की गंभीर हालत में मौत हो जाती है. देश मे हर साल करीब एक तिहाई बच्चों की मौत खसरे की बीमारी की वजह से होती है. इसी कारण अब सरकारी अस्पतालों में यह टिका मुफ्त में लगेगा. इससे पहले यह टीका निजी अस्पतालों में ही लगाया जाता था.
यह होगा फायदा
खसरे की वजह से खासकर बच्चों में तेज बुखार, सर्दी-खासी और सास लेने में तकलीफ होती है. वहीं खसरे के कारण बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमताएं भी कम हो जाती हैं. जिस कारण बच्चे जल्दी से बीमार हो जाते है. कई बार बच्चों में गंभीर दस्त और निमोनिया भी हो जाता है.
रूबेला एक वायरल संक्रमण हैं जो बच्चों और युवा व्यस्कों में सबसे अधिक होता है. वहीं इस तरह की बीमारी गर्भावस्था महिला के होने पर गर्भपात और जन्म लेने वाले बच्चे में विकृति भी हो सकती है. खसरे के कारण कई बार बच्चों की मौत तक हो जाती है, लेकिन मिजल्स रूबेला टीकाकरण से बच्चों को बचाया जा सकेगा. अभियान के तहत स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्रों पर यह टीका लगाया जाएगा.