डूंगरपुर. लॉकडाउन में राहत का राशन वितरण में डूंगरपुर रसद विभाग पूरी सतर्कता बरत रहा है. वहीं राहत के राशन में डाका डालने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई रसद विभाग की ओर से की जा रही है. डूंगरपुर में राहत के राशन में डाका डालने वाले 8 राशन डीलर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है तो वही 13 राशन डीलर्स के प्राधिकार पत्र भी निलंबित किया गया है.
रसद विभाग के अधिकारी अनिल पंवार ने बताया, कि प्रदेश और केन्द्र सरकार की ओर से कोरोना आपदा के तहत बीपीएल, स्टेट बीपीएल, अन्त्योदय एवं खाद्य सुरक्षा में चयनित प्रत्येक परिवार के प्रत्येक यूनिट के लिए 10-10 किलो नि:शुल्क गेहूं वितरण करना शुरू किया है. कोरोना संक्रमण की संभावना को देख सरकार ने पोस मशीन पर बायोमेट्रिक थम्ब इंप्रेशन की बाध्यता हटा दी है. इसकी आड़ में डूंगरपुर जिले में कुल 13 राशन डीलर्स ऐसे थे, जो छूट का नाजायज फायदा उठाते हुए मृत लोगों के साथ सरकारी कर्मचारियों के नाम से फर्जी तरीके से राशन उठा रहे थे. विभाग की जांच में दोषी पाए गए 13 राशन डीलर्स के खिलाफ कार्रवाई की गई.
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रसद अधिकारी पंवार ने बताया, कि मृत लोगों के साथ सरकारी कर्मचारियों के नाम से फर्जी तरीके से राशन उठाने सभी 13 राशन डीलर्स के प्राधिकार पत्र निलंबित कर दिए है. इसमें में से घाटी राशन डीलर, बोरी, आतरी, भाटडा, दामडी, बोडम का वेला, पादरा लेम्प्स और नागरिया पंचेला राशन डीलर्स के खिलाफ राशन के गबन के मामले में एफआईआर दर्ज करवाई है. रसद अधिकारी पंवार ने बताया, कि इसके अलावा घर में राशन नहीं होने की झूठी शिकायत करने वाले दो लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करवाई गई है.