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डूंगरपुर: जज साहब के दरवाजे पर बनेगा फिश एक्वेरियम

डूंगरपुर में पुराने ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने के लिए नगर परिषद ने पहल किया है. शहर की ऐतिहासिक इमारत जज साहब के दरवाजे का कायाकल्प किया जाएगा. जिसमें इस इमारत के ऊपर पर फिश एक्वेरियम बनवाया जाएगा.

Fish Aquarium to be built at Dungarpur, जज साहब के दरवाजे पर फिश एक्वेरियम
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Published : Nov 17, 2019, 12:54 PM IST

डूंगरपुर. स्वच्छता और पर्यटन के क्षेत्र में बेहतरीन काम के बाद अब नगर परिषद डूंगरपुर ने एक कदम और आगे बढ़ाया है. डूंगरपुर और यहां आने वाले पर्यटक अब रंग-बिरंगी मछलियों का संसार भी देख सकेंगे. इसके लिए नगरपरिषद डूंगरपुर शहर में ऐतिहासिक इमारत 'जज साहब के दरवाजे' पर एक फिश एक्वेरियम तैयार बनवा रहा है.

जज साहब के दरवाजे पर बनेगा फिश एक्वेरियम

नगर सभापति केके गुप्ता ने बताया कि शहर की पुराने ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने के लिए परिषद ने सबसे पहले जज साहब के दरवाजे के कायाकल्प का बीड़ा उठाया. इस दरवाजे को पुरातात्विक प्रणाली से कायाकल्प करने के बाद इसका सौंदर्य लौट आया.

ये पढ़ेंः बूंदी उत्सव 2019: '84 खंभों की छतरी' पर बिखरी राजस्थानी संस्कृति की छटा

नगर परिषद ने इस ऐतिहासिक धरोहर को पर्यटन के रूप के विकसित करने का बीड़ा उठाया है. दरवाजे के ऊपर बड़े हॉल में फिश एक्वेरियम तैयार किया जा रहा है. जिसमे विभिन्न प्रजाति की रंग-बिरंगी मछलियां रखी जायेगी. सभापति ने बताया कि फिश एक्वेरियम का काम अगले 6 महीनों में पूरा कर लिया जाएगा और लोग विभिन्न तरह की मछलियों का संसार देख सकेंगे. साथ ही इससे डूंगरपुर में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.

इन प्रजातियों की मछलियां होंगी एक्वेरियम

फिश एक्वेरियम में विभिन्न प्रजाति की रंग-बिरंगी मछलियों को रखा जाएगा. इसमें खासकर गोल्ड फिश, गप्पी फिश, मोती फिश (बच्चे देने वाली), प्लेटी फिश (बच्चे देने वाली), ऐंजल फिश, जेबरा फिश, एसोमस फिश, रसबोरा या केश फिश की प्रजातियों को रखा जाएगा.

डूंगरपुर. स्वच्छता और पर्यटन के क्षेत्र में बेहतरीन काम के बाद अब नगर परिषद डूंगरपुर ने एक कदम और आगे बढ़ाया है. डूंगरपुर और यहां आने वाले पर्यटक अब रंग-बिरंगी मछलियों का संसार भी देख सकेंगे. इसके लिए नगरपरिषद डूंगरपुर शहर में ऐतिहासिक इमारत 'जज साहब के दरवाजे' पर एक फिश एक्वेरियम तैयार बनवा रहा है.

जज साहब के दरवाजे पर बनेगा फिश एक्वेरियम

नगर सभापति केके गुप्ता ने बताया कि शहर की पुराने ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने के लिए परिषद ने सबसे पहले जज साहब के दरवाजे के कायाकल्प का बीड़ा उठाया. इस दरवाजे को पुरातात्विक प्रणाली से कायाकल्प करने के बाद इसका सौंदर्य लौट आया.

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नगर परिषद ने इस ऐतिहासिक धरोहर को पर्यटन के रूप के विकसित करने का बीड़ा उठाया है. दरवाजे के ऊपर बड़े हॉल में फिश एक्वेरियम तैयार किया जा रहा है. जिसमे विभिन्न प्रजाति की रंग-बिरंगी मछलियां रखी जायेगी. सभापति ने बताया कि फिश एक्वेरियम का काम अगले 6 महीनों में पूरा कर लिया जाएगा और लोग विभिन्न तरह की मछलियों का संसार देख सकेंगे. साथ ही इससे डूंगरपुर में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.

इन प्रजातियों की मछलियां होंगी एक्वेरियम

फिश एक्वेरियम में विभिन्न प्रजाति की रंग-बिरंगी मछलियों को रखा जाएगा. इसमें खासकर गोल्ड फिश, गप्पी फिश, मोती फिश (बच्चे देने वाली), प्लेटी फिश (बच्चे देने वाली), ऐंजल फिश, जेबरा फिश, एसोमस फिश, रसबोरा या केश फिश की प्रजातियों को रखा जाएगा.

Intro:डूंगरपुर। स्वच्छ्ता और पर्यटन के क्षेत्र में बेहतरीन काम के बाद अब नगर परिषद डूंगरपुर ने एक कदम और आगे बढ़ाया है। डूंगरपुर के साथ ही अब यहां आने वाले पर्यटक रंग-बिरंगी मछलियों का संसार भी देख सकेंगे।
इसके लिए नगरपरिषद डूंगरपुर शहर में ऐतिहासिक जज साहब के दरवाजे पर वर्चुअल फिश एक्वेरियम तैयार करवा रही है।Body:नगर सभापति केके गुप्ता ने बताया कि शहर की पुरानी ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने के लिए परिषद ने सबसे पहले जज साहब के दरवाजे के कायाकल्प का बीड़ा उठाया। इस दरवाजे को पुरातात्विक प्रणाली से कायाकल्प करने के बाद इसका सौंदर्य लौट आया।
नगर परिषद डूंगरपुर ने इस ऐतिहासिक धरोहर को पर्यटन के रूप के विकसित करने का बीड़ा उठाया है। दरवाजे के ऊपर बड़े हॉल में फिश एक्वेरियम तैयार किया जा रहा है, जिसमे विभिन्न प्रजाति की रंग-बिरंगी मछलियां रखी जायेगी। सभापति ने बताया कि फिश एक्वेरियम का काम अगले 6 महीनों में पूरा कर लिया जाएगा और लोग विभिन्न तरह की मछलियों का संसार देख सकेंगे। इससे डूंगरपुर में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

- इन प्रजातियों की मछलियां देखने को मिलेगी
फिश एक्वेरियम में विभिन्न प्रजाति की रंग-बिरंगी मछलियों को रखा जाएगा। इसमें खासकर गोल्ड फिश, गप्पी फिश, मोती फिश (बच्चे देने वाली), प्लेटी फिश (बच्चे देने वाली), ऐंजल फिश, जेबरा फिश, एसोमस फिश, रसबोरा या केश फिश की प्रजातियों को रखा जाएगा।

बाईट- केके गुप्ता, सभापति नगर परिषद डूंगरपुर।Conclusion:
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