डूंगरपुर. जिले में धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण संकमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. यहां रोजाना कोरोना पॉजिटिव के 1 या 2 नए मामले सामने आ रहे हैं. शुक्रवार शाम को डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज लेबोरेट्री से आई 149 सैंपल की रिपोर्ट में एक और कोरोना पॉजिटिव केस सामने आया है. इसके बाद चिकित्सा विभाग की टीमें अलर्ट हो गई हैं.
मेडिकल कॉलेज के प्रवक्ता डॉ. महेंद्र डामोर ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव महिला सागवाड़ा ब्लॉक में पारडो का मेहता गांव की रहने वाली है. वहीं, पिछले दिनों उदयपुर के अस्पताल में इलाज के लिए गई एक महिला और एक युवती की उदयपुर में जांच के दौरान कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी. युवती नर्सिंग की छात्रा है और उसका पिछले दिनों एक्सीडेंट हो गया था. इसके बाद उसे डूंगरपुर से रेफर कर दिया गया था.
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वहींं, जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ने से प्रशासन और चिकित्सा विभाग की टीमें अलर्ट मोड पर हैं. चिकित्सा विभाग कोरोना पॉजिटिव मरीजों की ट्रैवल और कॉन्टैक्ट हिस्ट्री खंगालने में जुटा है. बता दें कि अब डूंगरपुर जिले में कोरोना पॉजिटिव का आंकड़ा 395 तक पहुंच गया है. इन 395 में से 350 से ज्यादा रोगियों की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है और इनमें से कई मरीजों की अस्पताल से छुट्टी हो चुकी है.
भारत में 3.5 लाख के करीब पहुंची कोरोना संक्रमितों की संख्या
भारत के 8 राज्यों में कोरोना का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3.5 लाख के करीब पहुंच गई है. पहले से ही वित्तीय संकट से जूझ रही राज्य सरकारों ने परीक्षण करना कम कर दिया है, जिससे कोरोना के सामुदायिक प्रसारण का खतरा बढ़ गया है. माना जा रहा है कि बड़े पैमाने पर जांच करके ही संक्रमण रोका जा सकता है. लेकिन, वर्तमान औसत जांच दर अभी भी 1,50,000 प्रतिदिन है. ये निराशाजनक जांच दर सबसे ज्यादा जोखिम वाले समूहों जैसे हृदय, गुर्दे और पल्मोनरी बीमारियों ग्रस्त लोगों के अलावा डायबिटिज और हाइपरटेंशन के मरीजों के लिए भी घातक साबित हो रही है. वहीं, रिकवरी रेट 52.47 प्रतिशत है. एक अध्ययन से पता चला है कि दुनिया भर में 170 करोड़ लोगों (दुनिया की आबादी का 20 प्रतिशत) को कोरोना संक्रमण का ज्यादा खतरा है.