डूंगरपुर. शिक्षक भर्ती 2018 से वंचित रहे अभ्यर्थी एक बार फिर आंदोलन की राह पर हैं. सोमवार को करीब 100 से ज्यादा वंचित अभ्यर्थियों ने नेशनल हाईवे-8 के किनारे स्थित कांकरिया डूंगरी पर चढ़कर सरकार के खिलाफ जमकर विरोध-प्रदर्शन किया.
बता दें कि साल 2018 में आयोजित हुई शिक्षक भर्ती परीक्षा में उत्तीर्ण सभी अभ्यर्थियों को पदस्थापन देने के बाद भी 1 हजार 467 पद रिक्त रह गए थे. उसके बाद जनजाति उपयोजना क्षेत्र के जिलों में जनजाति वर्ग के युवाओं ने रिक्त पदों पर वंचित रहे अभ्यर्थियों को इन 1 हजार 467 पदों पर पदस्थापन देने की मांग उठाई. जिसको लेकर वंचित रहे अभ्यर्थी पिछले 2 साल से प्रदर्शन कर रहे हैं.
वहीं, साल 2019 में भी इन्होंने हाईवे स्थित पहाड़ी पर लगभग 20 दिनों तक डेरा डालकर प्रदर्शन किया था. तब 20 दिनों के प्रदर्शन के बाद मामले का हल निकालने के लिए सरकार ने एक कमेटी का गठन किया था, लेकिन कुछ दिन बाद कमेटी ने इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया.
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इससे आक्रोशित अभ्यर्थी सोमवार को एक बार फिर एकत्रित हुए. जिसके बाद वो उदयपुर-अहमदाबाद नेशनल हाईवे 8 पर बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र में स्थित कांकरिया डूंगरी पहाड़ी पर चढ़ गए और राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे. इधर, पहाड़ी पर छात्रों के जुटने की सूचना मिलने पर बिछीवाड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रों को समझाने की कोशिश की. लेकिन कुछ देर बाद छात्र हाईवे को जाम करने की चेतावनी देने लगे. जिसकी वजह से मुख्यालय से भी अतिरिक्त जाब्ता मौके पर भेजा गया. फिलहाल, पुलिस और प्रशासन पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है और विद्यार्थी अभी भी पहाड़ी पर डटे हुए हैं.