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डूंगरपुर में लावारिस हालत में मिली नवजात बच्ची की इलाज के दौरान मौत

डूंगरपुर जिला अस्पताल में एक लावारिस नवजात बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई. नवजात 1 फरवरी को समाज कल्याण विभाग के शिशु गृह के बाहर लावारिस हालत में मिली थी. डॉक्टरों ने बच्ची की मौत का कारण प्री मैच्योर डिलीवरी और वजन कम होना बताया है.

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Published : Feb 3, 2021, 3:38 PM IST

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डूंगरपुर में लावारिस हालत में मिली नवजात की इलाज के दौरान मौत

डूंगरपुर. दो दिन पहले शिशु गृह के पास लावारिस मिली नवजात की उपचार के दौरान मौत हो गई. डॉक्टरों के अनुसार प्री मैच्योर डिलीवरी व वजन कम होने के चलते नवजात की मौत हुई है. कोतवाली थाना क्षेत्र में 1 फरवरी की सुबह समाज कल्याण विभाग के शिशु गृह के बाहर नवजात लावारिस हालत में पाई गई थी. जिसके बाद उसे डूंगरपुर जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.

पढ़ें: जयपुर: बच्चों से भिक्षावृत्ति करवाने वाला आरोपी गिरफ्तार, 8 नाबालिग बच्चे दस्तयाब

शिशु गृह की केयर टेकर आशा ने सबसे पहले नवजात को देखा था. नवजात की हालत काफी नाजूक थी. जिसके बाद नवजात को डूंगरपुर जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती करवाया गया. जहां शिशु गृह की केयर टेकर उसका ख्याल रख रही थी. 36 घंटे बाद नवजात की मौत हो गई. शिशु गृह ने रीति रिवाज के साथ नवजात का अंतिम संस्कार किया.

डॉक्टरों ने बताया कि नवजात की प्री-मैच्योर डिलेवरी थी, जिस कारण नवजात काफी कमजोर थी. अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी हालत स्थिर बनी हुई थी. डॉक्टरों की एक टीम लगातार उसपर नजर बनाए हुए थे. बावजूद इसके नवजात को बचाया नहीं जा सका. बच्ची को लावारिस छोड़कर जाने वाले दंपती के बारे में अभी कुछ पता नहीं चला है.

डूंगरपुर. दो दिन पहले शिशु गृह के पास लावारिस मिली नवजात की उपचार के दौरान मौत हो गई. डॉक्टरों के अनुसार प्री मैच्योर डिलीवरी व वजन कम होने के चलते नवजात की मौत हुई है. कोतवाली थाना क्षेत्र में 1 फरवरी की सुबह समाज कल्याण विभाग के शिशु गृह के बाहर नवजात लावारिस हालत में पाई गई थी. जिसके बाद उसे डूंगरपुर जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.

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शिशु गृह की केयर टेकर आशा ने सबसे पहले नवजात को देखा था. नवजात की हालत काफी नाजूक थी. जिसके बाद नवजात को डूंगरपुर जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती करवाया गया. जहां शिशु गृह की केयर टेकर उसका ख्याल रख रही थी. 36 घंटे बाद नवजात की मौत हो गई. शिशु गृह ने रीति रिवाज के साथ नवजात का अंतिम संस्कार किया.

डॉक्टरों ने बताया कि नवजात की प्री-मैच्योर डिलेवरी थी, जिस कारण नवजात काफी कमजोर थी. अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी हालत स्थिर बनी हुई थी. डॉक्टरों की एक टीम लगातार उसपर नजर बनाए हुए थे. बावजूद इसके नवजात को बचाया नहीं जा सका. बच्ची को लावारिस छोड़कर जाने वाले दंपती के बारे में अभी कुछ पता नहीं चला है.

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