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डूंगरपुर हिंसा प्रकरण: वायरल फोटो और वीडियो के आधार पर अब तक 97 उपद्रवी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी

डूंगरपुर में भले ही उपद्रव के बाद अब मामला शांत हो चुका है, स्थितियां सामान्य बताई जा रही हैं. लेकिन पिछले दिनों एनएच 8 पर एसटी अभ्यर्थियों के साथ उनके समर्थकों ने भारी उपद्रव मचाया. हिंसा फैलाने के मामले में अब तक 97 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं पुलिस मामले में अन्य उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है.

dungarpur violence case
डूंगरपुर हिंसा प्रकरण में 97 गिरफ्तार
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Published : Oct 4, 2020, 1:23 PM IST

डूंगरपुर. शिक्षक भर्ती 2018 में रिक्त रही आरक्षित वर्ग की 1167 सीटों को एसटी अभ्यार्थियों से भरने की मांग को लेकर पिछले दिनों एनएच 8 पर एसटी अभ्यर्थियों के साथ उनके समर्थकों ने भारी उपद्रव मचाया. इसे लेकर पुलिस ने अब उपद्रवियों के खिलाफ सर्च अभियान शुरू कर दिया है. जिसमें हिंसा फैलाने के मामले में अब तक 97 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं पुलिस मामले में अन्य उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है.

डूंगरपुर हिंसा प्रकरण में 97 गिरफ्तार

बता दें कि जिले में एनएच 8 पर 24 से 27 सितंबर तक उपद्रव की घटनाएं हुई, जिसमें उपद्रवियों ने हाईवे पर शिशोद से लेकर भुवाली, मोतली मोड़ और उदयपुर जिले के खेरवाड़ा में भारी उत्पात मचाया. उपद्रवियों ने एसपी जय यादव, एएसपी, डीएसपी सहित कई सरकारी और प्राइवेट वाहनों में तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दी.

उपद्रवियों ने हाईवे जाम करते हुए पथराव किया, जिसमें एएसपी गणपति महावर, डीएसपी, एसएचओ सहित कई पुलिस के जवान घायल हो गए. कई होटल, दुकान, पेट्रोल पंप के अलावा एक कॉलोनी में तोड़फोड़ करते हुए लूटपाट की और आग लगा दी. उपद्रव की इन घटनाओं को लेकर जिले के अलग-अलग थानों में कुल 42 मामले दर्ज किए गए हैं. जिसमें करीब 3 हजार से ज्यादा उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं.

पढ़ें: Ground Report: डूंगरपुर उपद्रव में जख्मों के निशां, क्षतिग्रस्त और जले हुए घर बयां कर रहे हालात

पुलिस ने बताया कि उपद्रव की घटना को लेकर कई फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. पुलिस की ओर से भी फोटोग्राफी करवाई गई थी. जिसमें उपद्रवियों की पहचान करते हुए उनकी गिरफ्तारी की जा रही है. पुलिस की ओर से अब तक 97 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसमें सरकारी शिक्षक भी शामिल हैं. डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा थाने में सबसे ज्यादा 25 मुकदमे दर्ज हैं. जिसमें से अब तक 28 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं और दो आरोपियों के कब्जे से लूटे गए जूते भी बरामद किए हैं.

इसके अलावा सदर थाने में 17 केस दर्ज हैं और 52 उपद्रवियों को अब तक पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसी तरह दोवड़ा थाना क्षेत्र में रणसागर तालाब की पाल पर आगजनी के मामले में 1 एफआईआर दर्ज हैं. जिसमें से पुलिस ने 20 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस मामले में अन्य उपद्रवियों की तलाश कर रही है.

बीटीपी नेताओं के घरो पर भी दबिश, लेकिन सभी फरार

उपद्रव की पूरी घटना को लेकर कई राजनीतिक नाम भी सामने आ रहे हैं. इसमें भारतीय ट्राइबल पार्टी के नेताओं के नाम भी शामिल हैं. जिसमे खासकर बीटीपी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. वेलाराम घोघरा, भाजपा से पूर्व विधायक देवेंद्र कटारा, बीटीपी नेता कांति रोत, छात्र नेता विक्रम कटारा, एसबीपी कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष कमलेश घाटियां के नाम भी शामिल हैं. जिन्होंने कांकरी डूंगरी धरना स्थल पर पंहुचकर भड़काऊ भाषण दिया, जिस कारण उग्र भीड़ ने उपद्रव फैला.

पढ़ें: डूंगरपुर हिंसा मामला: SSP पर हमला करने वाले उपसरपंच सहित 21 गिरफ्तार

इसके अलावा भाजपा से पूर्व मंत्री सुशील कटारा, बीटीपी विधायक राजकुमार रोत, रामप्रसाद डिंडोर, कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया, घाटोल विधायक हरेंद्र निनामा, चिखली के पूर्व प्रधान महेंद्र बरजोड भी धरना स्थल पर पंहुचे थे. जिनके बारे में भी पुलिस पड़ताल कर रही है. पड़ाव में भड़काऊ भाषण के मामले में दौसा जिले के बिजली निगम के तकनीकी सहायक बनवारीलाल मीणा को सस्पेंड कर दिया गया है.

डूंगरपुर. शिक्षक भर्ती 2018 में रिक्त रही आरक्षित वर्ग की 1167 सीटों को एसटी अभ्यार्थियों से भरने की मांग को लेकर पिछले दिनों एनएच 8 पर एसटी अभ्यर्थियों के साथ उनके समर्थकों ने भारी उपद्रव मचाया. इसे लेकर पुलिस ने अब उपद्रवियों के खिलाफ सर्च अभियान शुरू कर दिया है. जिसमें हिंसा फैलाने के मामले में अब तक 97 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं पुलिस मामले में अन्य उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है.

डूंगरपुर हिंसा प्रकरण में 97 गिरफ्तार

बता दें कि जिले में एनएच 8 पर 24 से 27 सितंबर तक उपद्रव की घटनाएं हुई, जिसमें उपद्रवियों ने हाईवे पर शिशोद से लेकर भुवाली, मोतली मोड़ और उदयपुर जिले के खेरवाड़ा में भारी उत्पात मचाया. उपद्रवियों ने एसपी जय यादव, एएसपी, डीएसपी सहित कई सरकारी और प्राइवेट वाहनों में तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दी.

उपद्रवियों ने हाईवे जाम करते हुए पथराव किया, जिसमें एएसपी गणपति महावर, डीएसपी, एसएचओ सहित कई पुलिस के जवान घायल हो गए. कई होटल, दुकान, पेट्रोल पंप के अलावा एक कॉलोनी में तोड़फोड़ करते हुए लूटपाट की और आग लगा दी. उपद्रव की इन घटनाओं को लेकर जिले के अलग-अलग थानों में कुल 42 मामले दर्ज किए गए हैं. जिसमें करीब 3 हजार से ज्यादा उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं.

पढ़ें: Ground Report: डूंगरपुर उपद्रव में जख्मों के निशां, क्षतिग्रस्त और जले हुए घर बयां कर रहे हालात

पुलिस ने बताया कि उपद्रव की घटना को लेकर कई फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. पुलिस की ओर से भी फोटोग्राफी करवाई गई थी. जिसमें उपद्रवियों की पहचान करते हुए उनकी गिरफ्तारी की जा रही है. पुलिस की ओर से अब तक 97 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसमें सरकारी शिक्षक भी शामिल हैं. डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा थाने में सबसे ज्यादा 25 मुकदमे दर्ज हैं. जिसमें से अब तक 28 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं और दो आरोपियों के कब्जे से लूटे गए जूते भी बरामद किए हैं.

इसके अलावा सदर थाने में 17 केस दर्ज हैं और 52 उपद्रवियों को अब तक पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसी तरह दोवड़ा थाना क्षेत्र में रणसागर तालाब की पाल पर आगजनी के मामले में 1 एफआईआर दर्ज हैं. जिसमें से पुलिस ने 20 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस मामले में अन्य उपद्रवियों की तलाश कर रही है.

बीटीपी नेताओं के घरो पर भी दबिश, लेकिन सभी फरार

उपद्रव की पूरी घटना को लेकर कई राजनीतिक नाम भी सामने आ रहे हैं. इसमें भारतीय ट्राइबल पार्टी के नेताओं के नाम भी शामिल हैं. जिसमे खासकर बीटीपी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. वेलाराम घोघरा, भाजपा से पूर्व विधायक देवेंद्र कटारा, बीटीपी नेता कांति रोत, छात्र नेता विक्रम कटारा, एसबीपी कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष कमलेश घाटियां के नाम भी शामिल हैं. जिन्होंने कांकरी डूंगरी धरना स्थल पर पंहुचकर भड़काऊ भाषण दिया, जिस कारण उग्र भीड़ ने उपद्रव फैला.

पढ़ें: डूंगरपुर हिंसा मामला: SSP पर हमला करने वाले उपसरपंच सहित 21 गिरफ्तार

इसके अलावा भाजपा से पूर्व मंत्री सुशील कटारा, बीटीपी विधायक राजकुमार रोत, रामप्रसाद डिंडोर, कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया, घाटोल विधायक हरेंद्र निनामा, चिखली के पूर्व प्रधान महेंद्र बरजोड भी धरना स्थल पर पंहुचे थे. जिनके बारे में भी पुलिस पड़ताल कर रही है. पड़ाव में भड़काऊ भाषण के मामले में दौसा जिले के बिजली निगम के तकनीकी सहायक बनवारीलाल मीणा को सस्पेंड कर दिया गया है.

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