डूंगरपुर. बालश्रम के खिलाफ डूंगरपुर पुलिस की टीम की ओर से गुरुवार को एक बड़ी कार्रवाई की गई. इस कार्रवाई में पुलिस ने धामोद गांव में एक ईंट भट्टा पर दबिश देते हुए 4 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया गया है. साथ ही ईंट भट्टा संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है. वहीं, एसपी जय यादव की ओर से गठित की गई पुलिस की स्पेशल टीम और चाइल्ड लाइन ने मिलकर बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र में कार्रवाई को अंजाम दिया.
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष भरत भट्ट ने बताया कि मुखबिर से मिली सूचना के बाद बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र के धामोद गांव में संचालित एक ईंट भट्टे पर पुलिस और चाइल्ड लाइन की टीम ने दबिश देने पर वहां हड़कंप मच गया. इस मौके पर 4 बाल श्रमिक मजदूरी करते हुए पाए गए, जिस पर टीम ने चारों बाल श्रमिकों को मुक्त करवाते हुए जिला बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया, जहां से सभी बाल श्रमिकों को बाल संप्रेषण गृह भेजने के आदेश दिए गए.
पढ़ें- डूंगरपुर में 382 पॉजिटिव केस में से अभी 23 एक्टिव केस, रिकवरी रेट भी बेहतर: कलेक्टर
बच्चों ने पूछताछ में बताया कि उन्हें रोजाना ईंट बनाने के साथ ही भट्टा लगाने और ढुलाई का काम करते है. इसकी एवज में उन्हें 200 रुपए मजदूरी मिलती है. वहीं, ईट भट्टा संचालक के खिलाफ जेजे एक्ट में मुकदमा दर्ज करने के भी निर्देश दिए गए. फिलहाल, बाल कल्याण समिति ने बाल श्रमिकों के परिजनों को बुलाया है और उनसे काउंसलिंग कर बच्चों को पुनः शिक्षा से जोड़ा जाएगा. बता दें कि स्कूलों में इन दिनों छुट्टियां चल रही है तो यह बच्चे ईंट भट्टों पर मजदूरी में लग गए थे, जबकि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक है.