धौलपुर. कोरोना वायरस संक्रमण का लोगों में इस वक्त काफी देखा जा रहा है. कोरोना पॉजिटिव आए युवक के परिजनों को 14 दिन आइसोलेशन वार्ड में रहने के बाद छुट्टी दे दी गई. लेकिन अब उन्हें अपने ही कॉलोनी में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आसपास के लोगों ने भेदभाव करना शुरू कर दिया और बोलना बंद कर दिया है. वहीं दुकानदार सामान भी नहीं दे रहा है.
दरसअल कोरोना पॉजिटिव आया एक युवक जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती था और वह अब सही हो चुका हैं. यहां तक की उसकी जांच रिपोर्ट भी अब नेगेटिव आई हैं. बता दें कि दो अप्रैल को युवक के कोरोना पाॅजिटिव आने के बाद जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने पूरी कॉलोनी से एक किमी की परिधि में आने वाली करीब 25 काॅलोनियों में कर्फ्यू घोषित कर दिया था. जिसे अब हटा लिया गया है. जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन करना होगा और घरों के अंदर ही रहना होगा.
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14 दिन तक जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रहने के बाद युवक के सभी परिजनों को छुट्टी दे दी गई. जिसके बाद वे सभी अपने घर पर आ गए हैं. परिवार के मुखिया ने बताया कि आइसोलेशन के दौरान उन्हें खाने-पीने में किसी प्रकार की कोई कमी हुई. बच्चों के लिए भी लगातार दूध मिलता रहा. लेकिन अब घर आने के बाद कॉलोनी के ही लोग उनसे दूरी बना रहे हैं. जिसके कारण परिवार को अब घर से भी निकलने में परेशानी हो रही है.
वहीं जब इस मामले को लेकर जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमने तत्काल राशन की व्यवस्था कराई हैं. पीड़ित परिवार को आश्वस्त किया हैं और लोगों से आग्रह किया हैं कि भेदभाव नहीं करें और जो लोग भेदभाव करेंगे या जो दुकानदार सामान नहीं देगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.