बसेड़ी (धौलपुर). सरमथुरा कस्बे के कन्या विद्यालय में राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के तहत नेत्र रोंग से ग्रसित 38 बेटियों को चश्मा वितरण किया गया. समारोह की अध्यक्षता मानद प्रधानाचार्य शिवानी जादौन ने की. वहीं मुख्यअतिथि एसडीएम जगदीश गुर्जर थे.
समारोह को संबोधित करते हुए एसडीएम जगदीश गुर्जर ने बेटी-बचाओं, बेटी-पढाओं योजना का उद्देंश्य बताते हुए कहा कि समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक वातावरण का निर्माण कर उन्हे विकास के समान अवसर उपलब्ध करवाने से ही बेटियां सशक्त हो सकती है.
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साथ ही उन्होंने कहा कि किशोरी सशक्तिकरण को बढावा देने के लिए बेटियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति जागरूक करना होगा. जिससे बेटियां आत्मनिर्भर बनकर गांव और देश का नाम रोशन कर सके. वहीं स्कूल प्रबंधन की प्रसंशा करते हुए कहा कि विगत कई बर्ष से स्कूल में अध्ययनरत बेटियों ने जिला में परचम लहराया है जो प्रभावी शिक्षण व्यवस्था के कारण ही संभव हो सका है.
एसडीएम ने बेटियों को जनरल नॉलेज बढाने और शिक्षा के साथ खेलकूद में भी रूचि लेने के लिए प्रेरित किया. वहाीं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही मानद प्रधानाचार्य शिवानी जादौन और विद्यालय प्रशासन की पहल की सराहना की. साथ ही कहा कि ऐसी प्रथा शुरू करने से बेटियों का मनोबल बढेगा और वह शिक्षा के प्रति जागरूक भी होगी.
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टीम प्रभारी डॉ. मुन्नाला परमार ने एसडीएम को बताया कि पूर्व में आरबीएसके की टीम के ओर से स्कीनिंग कर 38 बेटियों को चयनित किया था. जिनका उपचार कर निःशुल्क चश्मा दिए जा रहे है. एसडीएम ने आरबीएसके टीम को उपखंड में गंभीर बीमारी से ग्रसित बच्चों का चयन कर उपचार कराने के लिए प्रेरित किया. इस मौके पर प्रधानाचार्य नारायणसिह मीणा, लक्ष्मीनारायण शास्त्री, वैद्य हरिचरन शर्मा, राजू सैन, रविन्द्रसिह, सचिन शर्मा सहित शिक्षक, शिक्षकाएं मौजूद रहे.