धौलपुर. जिले के राजाखेड़ा कस्बे में शनिवार शाम इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया. करीब 4 दिन पहले राजाखेड़ा-धौलपुर मार्ग पर मिले बालिका के शव की जब शिनाख्त नहीं हो पाई को शव के अंतिम संस्कार का फैसला किया गया.
शनिवार दोपहर को दिहोली थाना पुलिस ने राजाखेड़ा सीएचसी की मोर्चरी में रखे बालिका के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करा उसे अंतिम संस्कार के लिए नगरपालिका कर्मचारियों को सौंप दिया. पालिका कर्मचारी कचरे की गाड़ी में बालिका का शव महतेकी मोक्ष धाम ले गए और लकड़ियों पर पेट्रोल डालकर अज्ञात बालिका के शव का दाह संस्कार कर दिया.
राजाखेड़ा-धौलपुर मार्ग पर बुधवार सुबह मरैना कस्बे से आगे सड़क किनारे खेत में एक बालिका का शव मिला था. जिसके गले में रस्सी का फंदा लगा हुआ था. सूचना पर मौके पर पहुंची दिहोली थाना पुलिस ने शव की शिनाख्तगी के प्रयास किए, लेकिन शाम तक बालिका की पहचान नहीं हो सकी.
पढ़ें- राजस्थान : नाबालिग बालिका की गला दबाकर हत्या, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका
थाना पुलिस ने मृतक बालिका के शव को राजाखेड़ा सीएचसी की मोर्चरी में रखवा दिया. घटना के 4 दिन बाद भी जब बालिका की शिनाख्त नहीं हो सकी तो शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मोर्चरी में रखे शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करा दिया गया. पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए राजाखेड़ा नगर पालिका के कर्मचारियों को सौंपा गया.
कचरा वाहन में ले गए शव, लकड़ियों पर पेट्रोल डाला
मृतक बालिका के शव को नगर पालिका कर्मचारी कचरा ढोने वाले ट्रैक्टर-ट्रॉली में रखकर अंतिम संस्कार के लिए राजाखेड़ा कस्बे के महतेकी मोक्ष धाम में ले गए. इसके बाद कर्मचारियों ने पुलिस की मौजूदगी में ही बालिका के शव को लकड़ियों पर रखकर पेट्रोल डालकर दाह संस्कार कर दिया.
इस सब पूरे मामले में दिहोली थाना के पुलिसकर्मी भी नगर पालिका प्रशासन के कर्मचारियों का साथ निभाते नजर आए. राजाखेड़ा नगर पालिका अधिशासी अधिकारी राहुल मित्तल ने बताया कि अज्ञात मृतक बालिका के शव की पोस्टमार्टम की कार्रवाई के बाद दिहोली थाना पुलिस की ओर से उसके अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी पालिका प्रशासन को सौंपी गई थी.
पालिका प्रशासन के कर्मचारियों ने अज्ञात मृतक बालिका के शव का अंतिम संस्कार कराया है. उन्होंने कहा कि अगर अंतिम संस्कार के दौरान अर्थी की लकड़ियों पर पेट्रोल छिड़ककर अंतिम संस्कार कराया गया है, तो मामले की जांच करा दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.