धौलपुर. जिले में करीब 20 दिनों से लगातार कड़ाके की सर्दी का सितम और सर्द हवाओं का दौर जारी है. मंगलवार सुबह से ही कोहरे के साथ सर्द हवाओं ने आमजन को बेहाल कर किया है. कड़ाके की सर्दी के साथ घने कोहरे ने लोगों को घरों में कैद करने के लिए मजबूर कर दिया है.
शहर के सड़क मार्ग और बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. हाईवे पर वाहन चालक गाड़ियों की हेड लाइट जलाकर रेंगते हुए दिखाई दे रहे है. आमजन के साथ पशु-पक्षी और वन्य जीवों की दिनचर्या पूरी तरह से प्रभावित हो गई है. वहीं, लोगों सूर्य भगवान के लोगों को दर्शन दुर्लभ हो गए.
पढ़ेंः राजस्थान और हरियाणा से किसान ट्रैक्टर रैली में शामिल होने के लिए पहुंच रहे अलवर
पिछले 20 दिनों से जिले में सर्दी का भारी असर देखा जा रहा है. 3 दिन से लगातार पाला पड़ रहा था. मंगलवार को जिले में घने कोहरे ने दस्तक दे दी. वातावरण में पूरी तरह से धुंध छा गई. 20 मीटर की दूरी तक दिखाई देना भी बंद हो गया.
शहर के बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा. शीत लहर और कड़ाके की सर्दी ने लोगों के जनजीवन को बेहाल कर दिया. आमजन के साथ पशु पक्षी और वन्य जीवों पर भी इसका असर देखा गया. रबि फसल की दृष्टि से सर्दी फायदेमंद और हानिकारक भी मानी जा रही है. गेहूं फसल में घना कोहरा और सर्दी काफी लाभदायक है.
वहीं, सरसों और आलू के फसल में इससे नुकसान की संभावना दिखाई दे रही है. कोहरे की धुंध से आवागमन की रफ्तार भी काफी धीमी पड़ गई. आमजन के साथ कड़ाके की सर्दी और सर्द हवाओं ने वन्यजीवों को भी परेशान किया है.
पढ़ेंः दौसा में एक परिवार की 4 महिलाओं के साथ दुष्कर्म, एक ही व्यक्ति पर आरोप
पिछले लंबे समय से चली आ रही सर्दी ने सरसों और आलू फसल को नुकसान पहुंचाया है. इसके अलावा गेहूं और अन्य फसलों में सर्दी लाभकारी मानी जा रही है. मौसम विभाग से मिली जानकारी में ज्ञात हुआ है कि आगामी दिनों में सर्दी का असर और अधिक देखा जाएगा. फिलहाल मंगलवार को कड़ाके की सर्दी ने आमजन के जनजीवन को भारी प्रभावित किया है. लोगों को घरों में कैद करने के लिए मजबूर कर दिया है.