धौलपुर. जिले के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली 10वीं की एक छात्रा अपने घर पर डांस का अभ्यास करती है तो उसके माता-पिता ये देख उसकी डांट फटकार और पिटाई कर देते हैं. माता-पिता चाहता थे कि बेटी पढ़ाई करे, जबकि बेटी की डांस में रूचि ज्यादा थी. माता-पिता की पिटाई के डर से ऐसा हुआ कि बेटी ने डांस से कुछ दिन दूरियां बनाई और वो नाराज होकर बिन बताए 4 जनवरी 2021 को अपनी मामी के घर चली गई.
जिसके बाद उसने मामी से कहा कि उसे डांस एकेडमी में एडमिशन दिलवा दें और वो अपनी प्रतिभा दिखाकर माता-पिता को दिखा सके. घर से बेटी के लापता होने पर उसकी बहन ने महिला थाने में अपहरण का मामला दर्ज करवाया और गांव के लोगों पर ही शक जताया. मामला दर्ज होने के बाद महिला थाना पुलिस जब नाबालिग को दस्तयाब कर बाल कल्याण समिति सदस्य गिरीश गुर्जर के समक्ष पेश किया तो मामले की पूरी सच्चाई सामने आई.
बाल कल्याण समिति सदस्य गिरीश गुर्जर ने बताया कि महिला थाना पुलिस गुरुवार को एक बालिका को दस्तयाब कर उनके पास लाई थी. जिसके बाद बालिका की काउंसिलिंग करके उसे पिता के पास अस्थाई रुप से सुपुर्द किया गया है. 10वीं की छात्रा का अपहरण नहीं हुआ था, वो माता पिता की डांट से नाराज होकर अपने मामा के घर चली गई थी.
पढ़ें- राशन डकारने के चक्कर में डीलर कर रहा था कालाबाजारी, गोदाम सीज
काउसिंलिंग के दौरान 10वीं की छात्रा ने सदस्य गिरीश गुर्जर को बताया कि उसके माता-पिता उसको जबरदस्ती पढ़ने के लिए दबाव बनाते हैं, जबकि उसकी पढ़ाई में रुचि कम है. छात्रा बोली कि वो डांस सीखना चाहती है और माता-पिता पढ़ाई के लिए डांटते हैं. इसलिए वो मामा के घर चली गई, क्योंकि मामा की बेटी डांस सिखाती है और वो उनसे डांस सीख लेगी.
बाल कल्याण समिति सदस्य गिरीश गुर्जर ने छात्रा को आश्वासन दिया कि वो उसे डांस सिखवाएंगे. वहीं, गिरीश गुर्जर ने एक डांस एकेडमी में बात करने के बाद बालिका से कहा कि कोविड-19 का प्रभाव जैसे ही कम होगा उसका एडमिशन डांस क्लास में करवा दिया जाएगा. वहीं, छात्रा के पिता को निर्देश दिए कि डांस क्लास में एडमिशन के बाद बेटी को घर से लेकर आए और उसे वापस लेकर जाए.