धौलपुर. 28 मार्च 2022 को बाड़ी विद्युत निगम कार्यालय में जेईएन एवं AEN मारपीट मामले में (JEN And AEN Attack Case) सियासत गरमाने लगी है. गुरुवार को बीजेपी के पूर्व विधायक जसवंत सिंह गुर्जर ने निजी निवास पर प्रेस वार्ता कर कांग्रेसी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा (BJP attacks MLA Girraj Singh Malinga) एवं अशोक गहलोत सरकार पर तीखे हमले किए. आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है जानबूझकर मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है.
बीजेपी के पूर्व विधायक जसवंत सिंह गुर्जर ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से खत्म हो चुकी है. बाड़ी विद्युत निगम कार्यालय में जेईएन एवं एईएन मारपीट मामला से ये साबित होता है. उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के 2 कर्मचारियों के साथ हुई मारपीट के दोषी बख्शे नहीं जाने चाहिए. उन्होंने कहा ये मुद्दा कोई महत्वपूर्ण जांच का विषय नहीं है. घायल ने आरोपियों का नाम बोला है. पीड़ित ने रिपोर्ट में घटना की पूरी जानकारी दी है. उसके बावजूद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
गुर्जर ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए अंदेशा जताया कि सरकार लीपापोती कर प्रकरण को सॉर्ट आउट कर सकती है. सरकार चाहे तो कर्मचारियों पर दबाव बनाकर मामले को दबा सकती है. उन्होंने कहा अगर सरकार को वास्तविक रूप से इंसाफ करना है, तो पीड़ित पक्ष की सुने. उन्होंने कहा विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के आवास एवं विद्युत निगम कार्यालय की दूरी मात्र 100 मीटर की है. घायल एईएन ने घटना पर पुलिस एवं प्रशासन को पारदर्शिता के साथ अवगत करा दिया था. इसमें बताया गया कि विद्युत विभाग के दोनों कर्मचारियों के साथ बुरा बर्ताव किया गया. बाल पकड़कर एवं कुर्सी मारकर बेरहमी से पिटाई की गई है. घायल के 20 से अधिक फ्रैक्चर बताए गए हैं. मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक आईपीसी की धारा 307 एवं 308 पुलिस को लगानी चाहिए.
गुर्जर ने कानून व्यवस्था को लेकर भी बड़ी बात कही. कहा कि राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर ने भी दोषियों की गिरफ्तारी की बात कही है. उन्होंने कहा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर दोषियों को नही बख्शने की बात कही है. ऐसे में एसपी थाना प्रभारी एवं सीओ को उठाना ये कोई बड़ी कार्रवाई और न्याय नहीं है. उन्होंने कहा जब तक मारपीट के आरोपी गिरफ्तार नहीं होंगे, तब तक जनता बात को स्वीकार नहीं कर सकती है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के न्याय का तभी पता चलेगा जब आरोपी गिरफ्तार होंगे. उन्होंने कहा सरेआम विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा विद्युत निगम की ऑफिस पहुंच जाते हैं, गाली गलौज करते हैं, उसके बाद मारपीट करते हैं. इसके बाद मारपीट के मामले में कुछ बचा नहीं है. पुलिस और सरकार को आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर गिरफ्तार करना चाहिए.
गौरतलब है कि 28 मार्च 2022 को बाड़ी विद्युत निगम कार्यालय में तैनात एईएन हर्षदापति एवं जेईएन नितिन गुलाटी की करीब आधा दर्जन लोगों ने बेरहमी से पिटाई की थी. मामले में पर्चा बयान के दौरान बाड़ी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा एवं उनके समर्थकों पर मारपीट के आरोप लगाए थे. जिसके बाद पुलिस ने विधायक समेत आधा दर्जन आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.