धौलपुर. इनामी डकैत केशव गुर्जर को पकड़ने के लिए शनिवार को (prize dacoit Keshav Gurjar) डांग क्षेत्र में पुलिस के साथ ही डीएसटी और क्यूआरटी की टीम ने संयुक्त कार्रवाई की. बावजूद इसके पुलिस को न तो डकैत और न ही उसके गैंग का कोई सुराग मिला. इस पर सीओ मनीष कुमार शर्मा ने बताया कि जिलेभर में वांछित अपराधी और डकैतों की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. आईजी भरतपुर रेंज (Police action in Dang to catch prize dacoit) और पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह के निर्देश में जिला पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है.
उन्होंने आगे बताया कि पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि एक लाख 15 हजार के इनामी डकैत केशव गुर्जर अपने गैंग के साथ डांग क्षेत्र के पीली खार और सेवर पाली इलाके में छुपा बैठा है. वहीं, मुखबिर की सूचना पर बाड़ी सदर पुलिस थाना सोने के गुर्जा के साथ ही डीएसटी और क्यूआरटी की टीम ने संयुक्त कार्रवाई की. इस दौरान इनामी डकैत के संबंधित ठिकानों पर दबिश दी गई, लेकिन पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली.
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असल में डांग क्षेत्र के मध्य प्रदेश सीमा से लगे होने के कारण डकैत गैंग मुरैना और सबलगढ़ जिले की सीमा में प्रवेश कर जाते हैं. सीओ ने बताया कि डकैत गैंग को पकड़ने के लिए (Dholpur Police action in Dang) मध्य प्रदेश पुलिस से भी संपर्क किया जा रहा है. गौरतलब है कि डकैत केशव गुर्जर राजस्थान के टॉप पांच अपराधियों में शुमार है. जिस पर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, डकैती, रंगदारी जैसे चार दर्जन से अधिक आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं.
बता दें कि डकैत केशव गुर्जर विगत 10 सालों से पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है. इधर, धौलपुर पुलिस का दबाव पड़ने पर यह गैंग मध्य प्रदेश की ओर भाग निकलता है. जिसके कारण जिला पुलिस की कार्रवाई ढीली पड़ जाती है. पुलिस सूत्रों की मानें तो इन दिनों ये गैंग शिवपुरी के जंगल इलाके में डेरा डाले हुए हैं.