धौलपुर. जिले के राजकीय स्कूलों में चल रहे 10 दिवसीय गैर आवासीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में शिक्षिकाएं और छात्राएं खून-पसीना बहा कर विपरीत परिस्थितियों में मुकाबला करने का हुनर हासिल कर रही हैं. सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक बालिकाएं पूरे मनोयोग के साथ खुद को परिपक्व और फौलाद बना रही हैं. प्रशासन की ओर से बालिकाओं को स्वल्पाहार और प्रशिक्षण लेने के लिए स्पेशल किट भी दी गई है. मास्टर ट्रेनर की ओर से बालिकाओं को आत्मरक्षा के स्पेशल स्टेप और नुस्खे सिखाएं जा रहे हैं. जिले में अब मनचलों और लफंगों की खैर नहीं है.
इन मनचलों को सबक सिखाने के लिए जिले के सरकारी स्कूलों में प्रशासन की ओर से गैर आवासीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत की है. 10 दिवसीय शिविर के अंतर्गत बालिकाओं को मास्टर ट्रेनरों की ओर से आपातकालीन और विपरीत परिस्थितियों में मुकाबला करने के हुनर सिखाए जा रहे हैं.
बता दें कि सुबह 10 बजे से प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत होती है. जिसमें ट्रेनरों की ओर से व्यायाम और पंच करने के स्टेप सिखाए जा रहे हैं. जिससे शिक्षिका और बालिकाएं शारीरिक रूप से तो मजबूत हो रही है साथ ही उन्हें मानसिक रूप से भी परिपक्व किया जा रहा है.
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फिजिकल टीचर सुष्मिता मिश्रा ने बताया कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर बेटियों के लिए संबल और भरोसा साबित होगा. प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से बेटियां अपने आप को बहुत अच्छा फील कर रही हैं. जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा कुमारी ने बताया कि जिले के सभी सरकारी स्कूलों की शिक्षिका और छात्राओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर दिया जा रहा है.