धौलपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर में बदमाशों और पुलिस कर्मियों के बीच हुई मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए. इसके अलावा 7 पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है. पुलिस और बदमाशों के बीच गुरुवार रात करीब 1 बजे मुठभेड़ हुई थी. घटना के बाद पूरे देश में शोक की लहर है. शहीद पुलिसकर्मियों की शहादत को याद करते हुए धौलपुर जिला एसपी कार्यालय पर 2 मिनट का मौन रखकर शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई. एसपी और पुलिसकर्मियों ने शहीद पुलिस वालों के परिवारों के लिए संवेदना व्यक्त की है.
क्या है पूरा मामला?
घटना से एक दिन पहले राहुल तिवारी नाम के एक व्यक्ति ने विकास दुबे के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज करवाया था. जिसके बाद हिस्ट्रीशीटर विकास को पकड़ने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया था. डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस टीम विकास दुबे को पकड़ने के लिए गुरुवार देर रात उसके गांव गई थी. पुलिस का दल जैसे ही गांव में पहुंचा तो बदमाशों ने जेसीबी को रास्ते में खड़ा करके रास्ता रोक दिया गया. पुलिस वाले जैसे ही अपराधी के ठिकाने पर पहुंचे तभी एक इमारत की छत से पुलिस दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई. जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस के उपाधीक्षक देवेंद्र मिश्रा, तीन उपनिरीक्षक और 4 कान्स्टेबल शहीद हो गए. वहीं गोली लगने से 7 पुलिस वाले गंभीर घायल हो गए.
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मुठभेड़ की जगह से थोड़ी दूर कुछ देर बाद पुलिस और बदमाशों में एक और मुठभेड़ हुई जिसमें 3 बदमाश मारे गए. यूपी पुलिस का कहना है कि ये 3 बदमाश पुलिस पर फायरिंग में शामिल थे. मुठभेड़ के बाद से यूपी पुलिस हाई अलर्ट पर है. 500 से ज्यादा मोबाइल सर्विलांस पर हैं.