दौसा. बालिका दिवस के उपलक्ष में बेटियों को शिक्षा की ओर अग्रसर करने और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस मौके पर जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने कहा कि अबतक लड़कों के जन्म पर थाली बजाकर उत्सव मनाया जाता था. अब हमने बेटी के जन्म पर भी थाली बाजाकर उत्सव मनाने का निर्णय लिया है. जिसके तहत शुक्रवार को आयोजित समारोह में थाली बजाकर इसका शुभारंभ किया गया. साथ ही छोटी बच्चियों से केक कटवाकर उन्हें पुरस्कार भी दिया गया.
कलेक्टर ने बताया कि बालिका शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए हमने जिले की उन बालिकाओं को बुलवाकर उनसे बात की है जिन्होंने किसी कारणवश अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी. उनसे बात कर उनकी समस्याओं का समाधान का प्रयास किया जा रहा है जिससे उन्हें वापस शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ कर आगे बढ़ाया जा सके.
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इसके अलवा 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान की ओर से विशाल रैली का आयोजन किया गया. रैली के मुख्य अतिथि जिला एवं सेशन न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया. इस दौरान न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने कहा कि शिक्षा सबका अधिकार है. हमें बेटियों को 6 वर्ष की उम्र से शिक्षा के लिए प्रेरित करना चाहिए, यह उनका जन्मसिद्ध अधिकार है.