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बेटे ही नहीं बल्कि बेटी के जन्म पर भी थाली बजाकर मनाया जाए उत्सवः दौसा कलेक्टर

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Published : Jan 24, 2020, 5:58 PM IST

बालिका दिवस के उपलक्ष में बेटियों को शिक्षा की ओर अग्रसर करने और उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए जिले भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए. साथ ही आनंद शर्मा विद्यालय में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और महिला विकास विभाग के 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान की ओर से विशाल रैली का आयोजन किया गया.

दौसा की खबर, district collector order
रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए गिरीश शर्मा

दौसा. बालिका दिवस के उपलक्ष में बेटियों को शिक्षा की ओर अग्रसर करने और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस मौके पर जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने कहा कि अबतक लड़कों के जन्म पर थाली बजाकर उत्सव मनाया जाता था. अब हमने बेटी के जन्म पर भी थाली बाजाकर उत्सव मनाने का निर्णय लिया है. जिसके तहत शुक्रवार को आयोजित समारोह में थाली बजाकर इसका शुभारंभ किया गया. साथ ही छोटी बच्चियों से केक कटवाकर उन्हें पुरस्कार भी दिया गया.

बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित

कलेक्टर ने बताया कि बालिका शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए हमने जिले की उन बालिकाओं को बुलवाकर उनसे बात की है जिन्होंने किसी कारणवश अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी. उनसे बात कर उनकी समस्याओं का समाधान का प्रयास किया जा रहा है जिससे उन्हें वापस शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ कर आगे बढ़ाया जा सके.

पढ़ें: दौसा के 470 गांवों को मिलेगा अटल जल संरक्षण योजना का लाभः सांसद जसकौर मीणा

इसके अलवा 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान की ओर से विशाल रैली का आयोजन किया गया. रैली के मुख्य अतिथि जिला एवं सेशन न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया. इस दौरान न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने कहा कि शिक्षा सबका अधिकार है. हमें बेटियों को 6 वर्ष की उम्र से शिक्षा के लिए प्रेरित करना चाहिए, यह उनका जन्मसिद्ध अधिकार है.

दौसा. बालिका दिवस के उपलक्ष में बेटियों को शिक्षा की ओर अग्रसर करने और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस मौके पर जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने कहा कि अबतक लड़कों के जन्म पर थाली बजाकर उत्सव मनाया जाता था. अब हमने बेटी के जन्म पर भी थाली बाजाकर उत्सव मनाने का निर्णय लिया है. जिसके तहत शुक्रवार को आयोजित समारोह में थाली बजाकर इसका शुभारंभ किया गया. साथ ही छोटी बच्चियों से केक कटवाकर उन्हें पुरस्कार भी दिया गया.

बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित

कलेक्टर ने बताया कि बालिका शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए हमने जिले की उन बालिकाओं को बुलवाकर उनसे बात की है जिन्होंने किसी कारणवश अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी. उनसे बात कर उनकी समस्याओं का समाधान का प्रयास किया जा रहा है जिससे उन्हें वापस शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ कर आगे बढ़ाया जा सके.

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इसके अलवा 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान की ओर से विशाल रैली का आयोजन किया गया. रैली के मुख्य अतिथि जिला एवं सेशन न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया. इस दौरान न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने कहा कि शिक्षा सबका अधिकार है. हमें बेटियों को 6 वर्ष की उम्र से शिक्षा के लिए प्रेरित करना चाहिए, यह उनका जन्मसिद्ध अधिकार है.

Intro:बालिका दिवस के उपलक्ष में बेटियों को शिक्षा की ओर अग्रसर करने व बालिकाओं को अधिकारों के लिए जागरूक करने के लिए जिले भर में हुए विभिन्न कार्यक्रम जिसके तहत शुक्रवार को जिले के आनंद शर्मा विद्यालय में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं महिला बाल विकास विभाग के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की ओर से विशाल रैली का आयोजन किया गया।Body:दौसा बालिका दिवस के उपलक्ष में बेटियों को शिक्षा की ओर अग्रसर करने व बालिकाओं को अधिकारों के लिए जागरूक करने के लिए जिले भर में हुए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसके तहत शुक्रवार को जिले के आनंद शर्मा विद्यालय में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं महिला बाल विकास विभाग के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की ओर से विशाल रैली का आयोजन किया गया। वहीं जिला अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में जिला कलेक्टर ने बेटी जन्मोत्सव पर ताली बजाने का संदेश दिया व जिला कलेक्टर ने बेटियों को केक काटकर उपहार भी दिए । बालिका दिवस पर आयोजित रैली के मुख्य अतिथि जिला एवं सेशन न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने कहा कि शिक्षा सबका अधिकार है हमें बेटियों को 6 वर्ष की उम्र से शिक्षा के लिए प्रेरित करना चाहिए यह उनका जन्मसिद्ध अधिकार है ।आज सरकार ने भी निजी या सरकारी विद्यालयों में टेस्ट लेकर प्रवेश बंद कर दिया है । इसलिए हम सबको बालिका शिक्षा को अधिक से अधिक महत्व देना चाहिए जिससे कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा मिले वह बेटियां पढ़ कर आगे बढ़ सके । वहीं बालिका दिवस पर जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने कहा कि अब तक बच्चों के जन्म पर थाली बजाकर उत्सव मनाया जाता था अब हमने बेटी जन्म पर थाली बाजार का उत्सव मनाने का निर्णय लिया है । जिसके तहत शुक्रवार को आयोजित समारोह में थाली बजाकर इसका शुभारंभ किया गया। व छोटी बच्चियों से केक कटवा कर पुरस्कार दिया गया है । इस दौरान जिला कलेक्टर ने बताया कि बालिका शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए हमने जिले की उन बालिकाओं को बुलवाकर उनसे बात की है जिन्होंने किसी कारणवश अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी उनसे बात की है उनकी समस्याओं का समाधान का प्रयास किया जा रहा है । कि उन्हें वापस शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ कर आगे बढ़ाया जाए ।
1 बाइट गिरीश शर्मा जिला एवं सेशन न्यायाधीश
2 बाइट अविचल चतुर्वेदी जिला कलेक्टर दौसाConclusion:
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