चूरू. जिले में अब बालश्रम करवाने वाले संचालकों के खिलाफ मानव तस्करी विरोधी यूनिट (Anti-Human Trafficking Unit) की टीम ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. टीम ने मंगलवार को 'ऑपरेशन मासूम' के तहत कार्रवाई करते हुए अलग-अलग दो कारवाईयों में तीन मासूमों का रेस्क्यू किया है.
टीम ने यह कार्रवाई चूरू के निकटवर्ती रतननगर कस्बे में करते हुए होटल संचालक और ऑटोपार्ट्स दुकान संचालक के खिलाफ रतननगर थाने में मामला दर्ज करवा दिया है. साथ ही तीनों नाबालिगों को चूरू बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश कर उन्हें परिजनों को सुपुर्द कर दिया.
मानव तस्करी विरोधी यूनिट टीम में मौजूद कांस्टेबल मदनलाल ने बताया कि ऑपरेशन मासूम के तहत यह कार्रवाई की गई है. टीम में कार्रवाई के दौरान मानव तस्कर विरोधी यूनिट टीम के सदस्य और बाल कल्याण अधिकारी मौजूद रहे. बालश्रम की रोकथाम के लिए चलाया जा रहा यह अभियान 25 जुलाई से शुरू हुआ था, जो 31 अगस्त तक जारी रहेगा.
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वहीं मंगलवार को हुई यह कार्रवाई ऑपरेशन मासूम की पहली कारवाई थी, जिसमें टीम ने तीन बाल श्रमिकों को न सिर्फ बालश्रम से मुक्त करवाया. अपितु मासूमों को पढ़ाने की उम्र में मजदूरी करवाने वाले संचालकों के खिलाफ रतननगर थाने में मामला भी दर्ज करवाया.
बता दें कि इससे पहले मानव तस्कर विरोधी यूनिट की टीम ने ऑपरेशन आशा प्रथम में कई ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी, जिसके बाद बालश्रम करवाने वाले होटल संचालक और दुकानदारों में हड़कंप मच गया था. लॉकडाउन के चलते बालश्रम की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे अभियान रोक दिए गए थे.