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पुरानी पेंशन योजना लागू करने सहित तीन सूत्री मांग को लेकर शिक्षक संघ ने किया एसडीएम कार्यालय का घेराव - teachers demands for old pension scheme

राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की ओर से शिक्षकों की मांग है कि नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए. जिसको लेकर गुरुवार को चुरू उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया. साथ ही शिक्षकों द्वारा 14 अक्टूबर को बीकानेर में धरना- प्रदर्शन किया जाएगा.

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Published : Oct 11, 2019, 12:18 AM IST

चूरू. राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की ओर से तीन सूत्री मांग को लेकर गुरुवार शाम को चुरू उपखंड अधिकारी श्वेता कोचर को मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया. शिक्षक संगठन की ओर से ज्ञापन में मांग की गई है कि नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए. साथ ही शिक्षा विभाग के लिए सामंत की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए और हाल ही में शिक्षा विभाग की ओर से प्रिंसिपल, व्याख्याताओं और प्रधानाचार्यों के किए गए तबादलों को निरस्त किया जाए.

चूरू में तबादलों के विरोध में शिक्षक

बता दें कि शिक्षक संगठन राष्ट्रीय की मांग के समर्थन में शिक्षकों की ओर से 14 अक्टूबर को बीकानेर में शिक्षा विभाग के निदेशक कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया जाएगा. इसके बाद में भी शिक्षकों की मांग नहीं मानी गई तो आंदोलन तेज किया जा सकता है. वहीं शिक्षक संगठन की ओर से यह ज्ञापन पूरे राज्य में उपखंड स्तर पर दिए गए है.

तबादलों के विरोध में शिक्षक

वहीं शिक्षा विभाग की ओर से हाल ही में स्कूल प्रिंसिपल, व्याख्याता और प्रधानाचार्य के तबादलों के विरोध में शिक्षक उतर आए हैं. शिक्षकों का आरोप है कि राज्य सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से राजनीतिक रूप से प्रताड़ित करने के लिए शिक्षकों के तबादले किए गए है. साथ ही शिक्षकों के तबादले 500 से 600 किलोमीटर दूर किए गए हैं. इसमें कैंसर, विधवा और दूसरी कई कैटेगरी के शिक्षकों के तबादले बेवजह किए गए हैं. शिक्षक संघ राष्ट्रीय शिक्षक नेता राजवीर सिंह का कहना है कि राज्य सरकार की ओर से हाल ही में प्रिंसिपल और व्याख्याताओं के तबादलों में राजनीतिक रूप से शिक्षकों को प्रताड़ित करने के लिए किए गए है. इसी के साथ ही नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना को लागू करने और सामंत कमेटी की रिपोर्ट को लागू करने की मांग को लेकर एसडीएम को मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया.

यह भी पढ़ें. चूरूः कस्तूरबा गांधी विद्यालय में तीन दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता का आगाज

बालेसर और सेखाला ब्लाक के सैकड़ों शिक्षकों ने भी किया धरना प्रर्दशन

जोधपुर जिले के बालेसर उपखंड कार्यालय में गुरूवार को बालेसर और सेखाला ब्लाक के सैकड़ों शिक्षकों ने धरना प्रर्दशन किया. पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग को लेकर बालेसर उपखंड अधिकारी को सीएम के नाम से ज्ञापन सौंपा गया. यह प्रदर्शन राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा बालेसर और सेखाला के बैनर तले किया गया. शिक्षकों ने अपनी मांग को लेकर सीएम के नाम से ज्ञापन सौंपा.

वहीं शिक्षकों ने संघ के अध्यक्ष चावंड सिंह इंदा के नेतृत्व में नई पेंशन स्कीम को बंद करके पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर धरना प्रर्दशन किया. शिक्षकों ने बालेसर उपखंड अधिकारी महावीरसिंह जोधा को सीएम के नाम से ज्ञापन सौंपा. उन्होंने बताया की 2004 से नियुक्त राजस्थान के समस्त कार्मिको को एनपीएस में लिया गया है. इस स्कीम में सेवानिवृति के बाद उनका भविष्य सुरक्षित नहीं रहता हैं. इसके लिए सम्पूर्ण राजस्थान के शिक्षक नयी पेंशन स्कीम का विरोध कर रहे हैं.

बालेसर और सेखाला के सैकड़ों शिक्षकों ने किया धरना प्रर्दशन

यह भी पढ़ें. मंत्री भंवरलाल मेघवाल का बड़बोलापन, बोले- CM कहेंगे तो मंडावा में जितवा देंगे कहेंगे तो हरवा देंगे

इस मौके पर पदमसिंह भाटी, वरिष्ठ शिक्षक नेता श्यामसिंह सजाड़ा, मंत्री भोमसिंह, चन्द्रप्रकाश, कैलाशचन्द्र, छगनाराम प्रजापत, महेंद्र सिंह, धर्मेन्द्र कुमार, सुमन कवंर सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे.

चूरू. राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की ओर से तीन सूत्री मांग को लेकर गुरुवार शाम को चुरू उपखंड अधिकारी श्वेता कोचर को मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया. शिक्षक संगठन की ओर से ज्ञापन में मांग की गई है कि नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए. साथ ही शिक्षा विभाग के लिए सामंत की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए और हाल ही में शिक्षा विभाग की ओर से प्रिंसिपल, व्याख्याताओं और प्रधानाचार्यों के किए गए तबादलों को निरस्त किया जाए.

चूरू में तबादलों के विरोध में शिक्षक

बता दें कि शिक्षक संगठन राष्ट्रीय की मांग के समर्थन में शिक्षकों की ओर से 14 अक्टूबर को बीकानेर में शिक्षा विभाग के निदेशक कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया जाएगा. इसके बाद में भी शिक्षकों की मांग नहीं मानी गई तो आंदोलन तेज किया जा सकता है. वहीं शिक्षक संगठन की ओर से यह ज्ञापन पूरे राज्य में उपखंड स्तर पर दिए गए है.

तबादलों के विरोध में शिक्षक

वहीं शिक्षा विभाग की ओर से हाल ही में स्कूल प्रिंसिपल, व्याख्याता और प्रधानाचार्य के तबादलों के विरोध में शिक्षक उतर आए हैं. शिक्षकों का आरोप है कि राज्य सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से राजनीतिक रूप से प्रताड़ित करने के लिए शिक्षकों के तबादले किए गए है. साथ ही शिक्षकों के तबादले 500 से 600 किलोमीटर दूर किए गए हैं. इसमें कैंसर, विधवा और दूसरी कई कैटेगरी के शिक्षकों के तबादले बेवजह किए गए हैं. शिक्षक संघ राष्ट्रीय शिक्षक नेता राजवीर सिंह का कहना है कि राज्य सरकार की ओर से हाल ही में प्रिंसिपल और व्याख्याताओं के तबादलों में राजनीतिक रूप से शिक्षकों को प्रताड़ित करने के लिए किए गए है. इसी के साथ ही नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना को लागू करने और सामंत कमेटी की रिपोर्ट को लागू करने की मांग को लेकर एसडीएम को मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया.

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बालेसर और सेखाला ब्लाक के सैकड़ों शिक्षकों ने भी किया धरना प्रर्दशन

जोधपुर जिले के बालेसर उपखंड कार्यालय में गुरूवार को बालेसर और सेखाला ब्लाक के सैकड़ों शिक्षकों ने धरना प्रर्दशन किया. पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग को लेकर बालेसर उपखंड अधिकारी को सीएम के नाम से ज्ञापन सौंपा गया. यह प्रदर्शन राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा बालेसर और सेखाला के बैनर तले किया गया. शिक्षकों ने अपनी मांग को लेकर सीएम के नाम से ज्ञापन सौंपा.

वहीं शिक्षकों ने संघ के अध्यक्ष चावंड सिंह इंदा के नेतृत्व में नई पेंशन स्कीम को बंद करके पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर धरना प्रर्दशन किया. शिक्षकों ने बालेसर उपखंड अधिकारी महावीरसिंह जोधा को सीएम के नाम से ज्ञापन सौंपा. उन्होंने बताया की 2004 से नियुक्त राजस्थान के समस्त कार्मिको को एनपीएस में लिया गया है. इस स्कीम में सेवानिवृति के बाद उनका भविष्य सुरक्षित नहीं रहता हैं. इसके लिए सम्पूर्ण राजस्थान के शिक्षक नयी पेंशन स्कीम का विरोध कर रहे हैं.

बालेसर और सेखाला के सैकड़ों शिक्षकों ने किया धरना प्रर्दशन

यह भी पढ़ें. मंत्री भंवरलाल मेघवाल का बड़बोलापन, बोले- CM कहेंगे तो मंडावा में जितवा देंगे कहेंगे तो हरवा देंगे

इस मौके पर पदमसिंह भाटी, वरिष्ठ शिक्षक नेता श्यामसिंह सजाड़ा, मंत्री भोमसिंह, चन्द्रप्रकाश, कैलाशचन्द्र, छगनाराम प्रजापत, महेंद्र सिंह, धर्मेन्द्र कुमार, सुमन कवंर सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे.

Intro:चूरू। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की ओर से तीन सूत्री मांग को लेकर गुरुवार शाम को चुरू उपखंड अधिकारी श्वेता कोचर को मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया।
ज्ञापन में शिक्षक संगठन की ओर से मांग की गई है कि नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए, शिक्षा विभाग के लिए सामंत की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए और हाल ही में शिक्षा विभाग की ओर से प्रिंसिपल, व्याख्याताओं एवं प्रधानाचार्यों के किए गए तबादलों को निरस्त किया जाए।
बता दें कि शिक्षक संगठन की ओर से यह ज्ञापन पूरे राज्य में उपखंड स्तर पर दिए गए है।



Body:14 अक्टूबर को बीकानेर निदेशक कार्यालय पर प्रदर्शन
शिक्षक संगठन राष्ट्रीय की मांग के समर्थन में शिक्षकों की ओर से 14 अक्टूबर को बीकानेर में शिक्षा विभाग के निदेशक कार्यालय पर धरना- प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया जाएगा। इसके बाद में भी शिक्षकों की मांग नहीं मानी गई तो आंदोलन तेज किया जा सकता है।
तबादलों के विरोध में शिक्षक
शिक्षा विभाग की ओर से हाल ही में स्कूल प्रिंसिपल, व्याख्याता एवं प्रधानाचार्य के तबादलों के विरोध में शिक्षक उतर आए है। शिक्षकों का आरोप है कि राज्य सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से राजनीतिक रूप से प्रताड़ित करने के लिए शिक्षकों के तबादले किए गए है।
शिक्षकों के तबादले 500 से 600 किलोमीटर दूर किए गए है। वहीं इसमें कैंसर, विधवा एवं दूसरी कई कैटेगरी के शिक्षकों के तबादले बेवजह किए गए है।


Conclusion:बाइट: राजवीर सिंह, मंडल मंत्री, राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय शिक्षक नेता राजवीर सिंह का कहना है कि राज्य सरकार की ओर से हाल ही में प्रिंसिपल व व्याख्याताओं के तबादलों में राजनीतिक रूप से शिक्षकों को प्रताड़ित करने के लिए किए गए है।
इसी के साथ ही नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना को लागू करने एवं सामंत कमेटी की रिपोर्ट को लागू करने की मांग को लेकर एसडीएम को मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया।
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