चूरू. समग्र शिक्षा अभियान, राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद उदयपुर के संयुक्त तत्वाधान में बुधवार को गोयनका राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में तीन दिवसीय जिला स्तरीय विज्ञान मेले का शुभारंभ हुआ. मेले में विद्यार्थियों की ओर से बनाये गए विभिन्न प्रकार के मॉडल्स में उनकी वैज्ञानिक समझ, सृजनात्मकता और जिज्ञासा की झलक दिखलाई दी. वहीं मेले का शुभारंभ मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी संपत राम बारूपाल ने किया.
मेले में पहले दिन 42 स्कूलों के 101 विद्यार्थियों ने भाग लिया
इस विज्ञान मेले में पहले दिन 42 स्कूलों के 101 विद्यार्थियों ने अपने मॉडल प्रदर्शित किए. इसके साथ ही सीनियर वर्ग की सेमिनार और जूनियर वर्ग की क्विज प्रतियोगिता भी आयोजित की गई. मेले में विद्यार्थियों के कंपटीशन को लेकर दो वर्ग बनाए गए है सीनियर और जूनियर वर्ग.
पढ़ेंः दिशा की बैठक में अधिकारियों से नाराज दिखे सांसद राहुल कस्वा, फटकार लगा कह दी ये बड़ी बात
मेले का मुख्य उद्देश्य
जिला स्तरीय विज्ञान मेले का मुख्य उद्देश्य है कि विद्यार्थियों में वैज्ञानिक प्रवृत्ति जागृत करना, स्वभाविक सृजनात्मक कार्य, घरेलू समस्याओं का गणितीय विधियों से निदान करना और छात्र-छात्राओं को वैज्ञानिक मंच प्रदान करना. यहां पर विभिन्न प्रतियोगिताओं और मॉडल्स में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को राज्य स्तरीय विज्ञान मेले में भाग लेने का अवसर मिलेगा. वहीं तीन दिन तक चलने वाले इस मेले का समापन 11 अक्टूबर को होगा.
पढ़ेंः चूरू में 10वीं की छात्रा ने की खुदकुशी की कोशिश
मेला आयोजन समिति के सदस्य शिवकुमार शर्मा का कहना है कि 3 दिन तक चलने वाले इस विज्ञान मेले में स्टूडेंट से मॉडल्स के जरिए क्विज और सेमिनार के जरिए भाग ले सकेंगे. यहां से विजेता रहने वाले स्टूडेंट्स को राज्य स्तरीय विज्ञान मेले में शामिल होने का मौका मिलेगा.
बता दें कि विज्ञान मेले में एक छात्रा ने किसानों की फसल खराब नहीं हो इसके लिए एक मॉडल तैयार किया है. इस मॉडल में भीगी हुई फसल को किसान सूखा भी सकता है और कई दिनों तक फसल को सुरक्षित भी रख भी सकता है. वहीं एक छात्रा ने मॉडल तैयार किया है जिसमें की सूर्य की रोशनी के साथ स्ट्रीट लाइट बंद और चालू हो सकेगी.