चूरू. कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉक डाउन के दौरान चूरू विधानसभा क्षेत्र में अतिआवश्यक सेवाओं में सुधार की कार्रवाई को लेकर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने जिला कलेक्टर संदेश नायक को पत्र लिखा है.
राठौड़ ने जिला कलेक्टर को लिखे गए पत्र के जरिए कहा है कि जिला मुख्यालय पर अधिकांश स्थानों पर सैनिटाइजर किसी भी मेडिकल शॉप पर उपलब्ध नहीं है. पत्र में लिखा है कि मैंने मेरे निजी सहायक के माध्यम से भी जिला मुख्यालय की मेडिकल की दुकानों से सैनिटाइजर खरीदने का प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली.
वहीं, धारा 144 का कड़ाई से पालन करवाने की भी जरूरत बताई है. राठौड़ ने पत्र में लिखा है कि धारा 144 लागू होने के बाद भी चूरू जिला मुख्यालय की सड़कों पर बड़ी संख्या में दुपहिया और चौपहिया वाहनों की बेरोकटोक आवाजाही जारी है. इस रोक लगाई जानी चाहिए.
इन व्यवस्थाओं में भी सुधार की जरूरत बताई
राजेंद्र राठौड़ ने कहा है कि चूरू जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में आम लोगों को बाजार दर पर गेहूं की उपलब्धता काफी कम हो रही है. इस पर त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है. वहीं जिला मुख्यालय पर कोरोना के लिए आरक्षित आइसोलेशन वार्ड में वेंटिलेटर की कमी है.
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वहीं, उपलब्ध वेंटिलेटर को संचालित किए जाने के लिए प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ का आंकलन किया जाना भी जरूरी है. चूरू जिला मुख्यालय पर कार्यरत कुछ निजी चिकित्सक अपने निजी हॉस्पिटल लॉक डाउन के समय में ही बंद कर देते हैं, उन सेवाओं को भी तुरंत खुलवाने की जरूरत बताई गई है.
राठौड़ ने कहा कि जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्र में दैनिक मजदूरों और अत्यंत गरीब तबके के लिए भामाशाहों की मदद से आटा, गेहूं, चावल और दाल सहित दूसरी जरूरत की चीजों की मदद करने के लिए मैंने चूरू निर्वाचन क्षेत्र में प्रवास किया उसी दौरान यह कमियां महसूस की गई