चूरू. जिले में राजस्थान पैरामेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने क्लीनिकल एक्ट और RPMC नियमों में शिथिलता के साथ पूर्व प्रशिक्षण प्राप्त सभी पैरामेडिकल टेक्नीशियनो का राजस्थान पैरामेडिकल काउंसिल में पंजीयन कराने के लिए जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
विरोध कर रहे पैरामेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि राजस्थान में कई सालों से हजारों टेक्नीशियन x-ray टेक्निशियन के रूप में प्राइवेट संस्थानों में काम कर रहें है. वहीं RPMC 2014 से पूर्व किसी भी तरह की काउंसलिंग का गठन नहीं हुआ था. और किसी भी प्रकार की गाइडलाइन नहीं थी. वर्ष 2014 से पूर्व दसवीं और 12 वीं पास करने के बाद 9 माह का प्रशिक्षण करके लोग निजी व सरकारी क्षेत्र में कार्य कर रहे थे. लेकिन अब RPMC के गठन के बाद पैरामेडिकल काउंसिल के द्वारा बताए गए नियमों के आधार पर उन सभी को रजिस्ट्रेशन हेतु अपात्र घोषित कर दिया है.
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साथ ही क्लीनिकल एक्ट को लागू करके सरकार हमारे रोजगार पर संकट उत्पन्न कर रही है. क्लीनिकल एक्ट में रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि दिनांक 31 अगस्त बताई गयी है. लेकिन इस संबंध में किसी भी प्रकार की कोई गाइडलाइन उपलब्ध नहीं कराई गई है. विरोध कर रहे राजस्थान पैरामेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि सरकार इस क्लिनिकल एक्ट रजिस्ट्रेशन के नियमों में जल्द संशोधन करें और हमारी मांगे पूरी करे अन्यथा एसोसिएशन उग्र प्रदर्शन करेगा.