कोटा. जिले के इटावा इलाके में अतिवृष्टि के चलते कई गांव बाढ़ में डूब गए थे. यहां तक कि कई कस्बों में भी तबाही हुई है. लोगों का काफी नुकसान हुआ है. इस के चलते केंद्र सरकार की भी एक उच्चस्तरीय कमेटी जायजा लेने के लिए आई थी. पीपल्दा के कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा ने केंद्र सरकार पर अतिरिक्त मदद नहीं देने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि टीम को आकर गए 20 दिन से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन जो अतिरिक्त मदद का आश्वासन दिया गया था, वह नहीं मिली है. किसानों की फसल खराबा से लेकर अन्य मुआवजा उन्हें नहीं मिला है. इसके चलते क्षेत्र के काफी लोग परेशान हैं.
कांग्रेस विधायक विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है और पार्वती नदी भी काफी उफान पर रही थी. मध्यप्रदेश के कुछ भी गांव बह गए थे. पीपल्दा विशेष तौर पर प्रभावित रहा है. करीब 12000 ज्यादा मकान इस बाढ़ में क्षतिग्रस्त या तहस नहस हो गए हैं. राज्य सरकार ने सहयोग किया है, राजस्थान सरकार के मंत्री भी इलाके में गए हैं. केंद्र से टीम भी आई थी, लोकसभा स्पीकर और सांसद ओम बिरला भी गए थे, लेकिन अतिरिक्त मदद का जो आश्वासन भारत सरकार से मिला था वह अब तक नहीं मिला है.
बाढ़ पीड़ितों को मदद मिल जाती तो कुछ राहत हो जाती. उन्होंने कहा कि मैं लोगों के बीच में रहकर मदद कर रहा हूं, लेकिन उन्हें तकलीफ है कि केंद्र सरकार ने जो आश्वासन दिया था वह असत्य साबित हुआ. जैसा कि मोदी जी कहते हैं कि देश आगे बढ़ रहा है, लेकिन गरीब किसान अभी भी बर्बाद हो रहा है. मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही व बेरोजगारी बढ़ रही है. उनकी कथनी और करनी का जो अंतर है, वह हमारे क्षेत्र में साफ नजर आ रहा है.
फसलों का मुआवजा व अतिरिक्त मुआवजा लोगों को मिलता तो लोगों को राहत मिलती. पीपल्दा विधानसभा क्षेत्र में काफी फसल खराबा इस अतिवृष्टि के चलते हुई है. हजारों बीघा फसल नष्ट हो गई है. सड़कें ध्वस्त हो गईं हैं जिनके सुधार में काफी बजट खर्च करना पड़ेगा.