चूरू. जिले के सबसे बड़े राजकीय भर्तिया अस्पताल में इन दिनों जेबकतरों का आतंक है. यहां मरीजों और उनको परिजनों की आए दिन जेब कट रही है. भीड़ का फायदा उठा यह जेबकतरे वारदात को अंजाम देकर आसानी से फरार हो जाते हैं. मंगलवार को राजकीय भर्तिया अस्पताल में अपने पिता को दिखाने आए गांव पण्ड्रउ टिब्बा के ललित को इन जेबकतरों ने अपना निशाना बनाया. जेब कटने के बाद युवक को बस किराए के पैसे भी इधर-उधर से मांगने पड़े.
लेकिन जेबकतरों के आतंक के बावजूद भी अस्पताल में भीड़ के बीच ना तो कोई पुलिसकर्मी मौजूद रहता और ना ही कोई सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था. वहीं अस्पताल में जो कुछ कैमरे है वह खराब पड़े हैं. आए दिन जेब तराशी की वारदातों के बावजूद अस्पताल प्रबंधन कोई प्रभावी व्यवस्था नही कर रहा. भीड़ का फायदा उठाकर ये जेब कतरे मरीजो और उनके परिजनों को निशाना बना लेते है. अस्पताल में सुरक्षा के लिए कोई पुलिसकर्मी नहीं होने पर ये बदमाश नीडर होकर वारदातों को अंजाम देते है.
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वहीं दूर दराज से ग्रामीण इलाकों से आए लोगों की जेब आए दिन कटती है. लेकिन अधिकतर मामले तो वारदात के बाद दर्ज ही नही होते. यह भी इन जेब कतरो के खिलाफ कारवाई नही होने की एक बड़ी वजह है. लेकिन इन जेब करतों के कारण अस्पताल में आए गरीब ग्रामीण मरीजों को खासा परेशानी उठानी पड़ती है. कई बार तो मरीजों के पास दवाई और खाने के भी पैसे नहीं बचते. इस अस्पताल में आने वाले ज्यादातर मरीज गरीब होते है, जो अपना इलाज करवाने आते है. लेकिन यहां यहां जेब करतों की बदौलत उनके खाने के भी लाले पड़ जाते है.