ETV Bharat / state

चूरू: बिजली की दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग, आंदोलन की चेतावनी

बढ़ी हुई बिजली की दरों और 4 महीने के बिजली के बिल माफ करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर चूरू जिले में महिलाएं भी सड़कों पर उतर आईं. भाजपा के स्वच्छ भारत अभियान के जिला प्रमुख की अगुवाई में लोगों ने कलेक्ट्रेट से डिस्कॉम तक रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

Opposition to Electricity Bill Increase,  Demand for Electricity Bill Waiver
विद्युत दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग
author img

By

Published : Sep 15, 2020, 3:49 PM IST

चूरू. भाजपा के स्वच्छ भारत अभियान के जिला प्रमुख भंवर गुर्जर की अगुवाई में मंगलवार को बढ़ी हुई बिजली की दरों और अघोषित बिजली कटौती सहित विभिन्न मांगों को लेकर जिला कलेक्ट्रेट से डिस्कॉम दफ्तर तक रैली निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं. महिलाओं ने हाथों में पोस्टर लेकर प्रदेश सरकार के चुनावों के समय जनता से किए गए वादों को याद दिलाया. साथ ही डिस्कॉम दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही अधीक्षण अभियंता को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा.

स्वच्छ भारत अभियान के जिला प्रमुख ने बताया कि कांग्रेस ने अपने जन घोषणापत्र में बिजली की दरों में बढ़ोतरी नहीं करने की घोषणा की थी, लेकिन दुर्भाग्य से 20 महीनों की इस सरकार ने अलग-अलग समय में 70 पैसे प्रति यूनिट तक की वृद्धि की है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में राज्य की जनता ने 4 माह के बिजली बिल माफ करने व फिक्स चार्ज माफ करने की मांग की थी, लेकिन प्रदेश की गहलोत सरकार ने जनता की इन सभी मांगों को ठुकरा दिया.

पढ़ें- अलवर: सभापति के निलंबन की मांग को लेकर भाजपा पार्षदों ने दिया ज्ञापन

उन्होंने कहा कि फ्यूल चार्ज जो भाजपा के राज में 30 पैसे यूनिट था, उसको बढ़ाकर 58 पैसे प्रति यूनिट कर दिया गया. साथ ही कहा कि इन सभी कारणों से घरेलू उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त आर्थिक भार पड़ा है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार बिजली के बिलों को माफ कर फ्यूल चार्ज व स्थाई शुल्क वृद्धि वापस नहीं लेती है, तो राज्य सरकार के खिलाफ प्रदेश की जनता बड़ा आंदोलन करेगी.

चूरू. भाजपा के स्वच्छ भारत अभियान के जिला प्रमुख भंवर गुर्जर की अगुवाई में मंगलवार को बढ़ी हुई बिजली की दरों और अघोषित बिजली कटौती सहित विभिन्न मांगों को लेकर जिला कलेक्ट्रेट से डिस्कॉम दफ्तर तक रैली निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं. महिलाओं ने हाथों में पोस्टर लेकर प्रदेश सरकार के चुनावों के समय जनता से किए गए वादों को याद दिलाया. साथ ही डिस्कॉम दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही अधीक्षण अभियंता को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा.

स्वच्छ भारत अभियान के जिला प्रमुख ने बताया कि कांग्रेस ने अपने जन घोषणापत्र में बिजली की दरों में बढ़ोतरी नहीं करने की घोषणा की थी, लेकिन दुर्भाग्य से 20 महीनों की इस सरकार ने अलग-अलग समय में 70 पैसे प्रति यूनिट तक की वृद्धि की है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में राज्य की जनता ने 4 माह के बिजली बिल माफ करने व फिक्स चार्ज माफ करने की मांग की थी, लेकिन प्रदेश की गहलोत सरकार ने जनता की इन सभी मांगों को ठुकरा दिया.

पढ़ें- अलवर: सभापति के निलंबन की मांग को लेकर भाजपा पार्षदों ने दिया ज्ञापन

उन्होंने कहा कि फ्यूल चार्ज जो भाजपा के राज में 30 पैसे यूनिट था, उसको बढ़ाकर 58 पैसे प्रति यूनिट कर दिया गया. साथ ही कहा कि इन सभी कारणों से घरेलू उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त आर्थिक भार पड़ा है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार बिजली के बिलों को माफ कर फ्यूल चार्ज व स्थाई शुल्क वृद्धि वापस नहीं लेती है, तो राज्य सरकार के खिलाफ प्रदेश की जनता बड़ा आंदोलन करेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.