रतनगढ़ (चूरू). जिले के रतनगढ़ तहसील के नूंवा गांव के मनरेगा मजदूरों ने सोमवार को पंचायत समिति कार्यालय पहुंचकर विकास अधिकारी दिनेश चन्द्र शर्मा को हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन दिया. ज्ञापन के माध्यम से ग्राम विकास अधिकारी, रोजगार सहायक और सहायकों नूंवा गांव से हटाने की मांग की. साथ ही ब्लैक लिस्ट में डाले गए मेट राकेश मेघवाल को बहाल की मांग की. इस दौरान मनरेगा श्रमिकों ने जमकर प्रदर्शन भी किया.
मनरेगा श्रमिकों ने आरोप लगाया कि, ग्राम पंचायत नूंवा में ग्राम विकास अधिकारी, रोजगार सहायक और सहायक समय पर नहीं आते हैं. जिससे ग्रामवासियों को ग्राम पंचायत के बाहर चक्कर लगाने पड़ते हैं. मनरेगा में रोजगार लेने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. साथ ही आरोप लगाया कि, ग्रामसेवक को इसकी सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहींं की गई है. वहीं श्रमिकों ने ज्ञापन देते हुए यह भी आरोप लगाया कि, कार्यों ने निरीक्षण के दौरान ग्राम विकास अधिकारी अभद्र व्यवहार करते हैं.
ये पढ़ें: करौली: जिला स्तरीय बैठक में 3 अधिकारी अनुपस्थित, कारण बताओ नोटिस जारी
वहीं दूसरी ओर मनरेगा कार्य में लगाए गए मेट राकेश मेघवाल को बिना किसी खास वजह के ब्लेक लिस्ट कर दिया गया है. जबकि वर्तमान में बनाए गए मेट भी सही नहीं है. गांव वालों ने मेट को ब्लैक लिस्ट करने के कारण की जानने की मांग की है.
ये पढ़ें: चूरू में यूथ कांग्रेस की पहली बैठक, लेकिन राष्ट्रीय सचिव ने सियासी संकट के सवाल पर साधी चुप्पी
करौली में मनरेगा कार्य के लिए प्रदर्शन
करौली जिले के बालघाट कस्बे में शनिवार को ग्रामीणों ने मनरेगा में काम नहीं मिलने को लेकर पंचायत प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए विरोध जताया है. इस दौरान ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा है. साथ ही मनरेगा में काम दिलवाने की मांग की गई है.