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चूरू में स्पेशल बेबी; नवजात का हार्ट शरीर से बाहर...इंफेक्शन के चलते हाई सेंटर किया रैफर

चूरू जिला मुख्यालय के राजकीय भरतीया अस्पताल में एक महिला ने नवजात बालिका को जन्म दिया है. विशेष बात यह है कि नवजात बालिका का हार्ट शरीर के बाहर है. जिसे देख कर अस्पताल प्रशासन और प्रसव करवाने वाली नर्सिंग महिलाएं भी चकित रह गई.

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Published : Aug 4, 2019, 4:30 PM IST

चूरू. जिला मुख्यालय के राजकीय भरतीया अस्पताल में एक महिला ने नवजात बालिका को जन्म दिया है. विशेष बात यह है की नवजात बालिका का हार्ट शरीर के बाहर है. जानकारी अनुसार रायपुरिया गांव के सुरेश कुमार अपनी पत्नी कमला को प्रसव पीड़ा होने के कारण पहले डॉक्टर सुशीला नेहरा को दिखाया था .

नवजात बालिका का हार्ट बाहर

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वहां से यह प्रसूता राजकीय मातृत्व एवं शिशु अस्पताल आ गई. जहां लेबर रूम में कार्यरत स्टाफ ने महिला का प्रसव करवाया. जहां कमला ने नवजात बालिका को जन्म दिया. लेकिन इस नवजात का हार्ट शरीर के बाहर था. इसे देखकर लेबर रूम में काम कर रही महिलाओं ने इसकी जानकारी तुरंत ऑन कॉल ड्यूटी पर तैनात डॉ. अभिनव सरीन को दी.

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इसके तुरंत बाद बालिका को शीघ्र एफबीएनसी वार्ड में भर्ती कराया गया. वहीं इंफेक्शन की वजह से चिकित्सकों ने नवजात को तुरंत हाई सेंटर के लिए रेफर कर दिया. साथ ही डाक्टरों की मानें तो इसको एक्टोपिक कार्डिया के नाम से जाना जाता है.

चूरू. जिला मुख्यालय के राजकीय भरतीया अस्पताल में एक महिला ने नवजात बालिका को जन्म दिया है. विशेष बात यह है की नवजात बालिका का हार्ट शरीर के बाहर है. जानकारी अनुसार रायपुरिया गांव के सुरेश कुमार अपनी पत्नी कमला को प्रसव पीड़ा होने के कारण पहले डॉक्टर सुशीला नेहरा को दिखाया था .

नवजात बालिका का हार्ट बाहर

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वहां से यह प्रसूता राजकीय मातृत्व एवं शिशु अस्पताल आ गई. जहां लेबर रूम में कार्यरत स्टाफ ने महिला का प्रसव करवाया. जहां कमला ने नवजात बालिका को जन्म दिया. लेकिन इस नवजात का हार्ट शरीर के बाहर था. इसे देखकर लेबर रूम में काम कर रही महिलाओं ने इसकी जानकारी तुरंत ऑन कॉल ड्यूटी पर तैनात डॉ. अभिनव सरीन को दी.

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इसके तुरंत बाद बालिका को शीघ्र एफबीएनसी वार्ड में भर्ती कराया गया. वहीं इंफेक्शन की वजह से चिकित्सकों ने नवजात को तुरंत हाई सेंटर के लिए रेफर कर दिया. साथ ही डाक्टरों की मानें तो इसको एक्टोपिक कार्डिया के नाम से जाना जाता है.

Intro:चूरू_जिला मुख्यालय के राजकीय भरतिया अस्पताल में एक प्रसूता ने नवजात बालिका को जन्म दिया है इस प्रसव में विशेष बात यह रही की नवजात बालिका के शरीर के बाहर हार्ट है. जिसे देख कर एक बारगी अस्पताल प्रशासन और प्रसव करवाने वाली नर्सिंग महिलाएं भी चकित रह गयी।लेकिन अचरज की बात यह कि नवजात का हार्ट बाहर भी वैसे ही धड़क रहा था जैसे एक नार्मल इंसान के धड़कता है।


Body:जानकारी अनुसार रायपुरिया गांव के सुरेश कुमार अपनी पत्नी कमला को प्रसव पीड़ा होने के कारण पहले डॉक्टर सुशीला नेहरा को दिखाया था वहां से यह प्रसूता राजकीय मातृत्व एवं शिशु अस्पताल आ गई जहां लेबर रूम में कार्यरत स्टाफ ने महिला के प्रसव करवाया प्रसूता कमला ने नवजात बालिका को जन्म दिया था लेकिन इस नवजात के शरीर के बाहर हार्ट व अन्य पार्ट थे इसे देखकर लेबर रूम में काम कर रही महिलाओं ने इसकी जानकारी तुरंत ऑन कॉल ड्यूटी पर तैनात डॉ अभिनव सरीन को दी बालिका को शीघ्र एफबीएनसी वार्ड में भर्ती कराया चिकित्सक की सलाह पर नवजात को तुरंत हाई सेंटर के लिए रेफर किया गया




Conclusion:नवजात के जो विकृति है वह जन्मजात विकृति है जिसे एक्टोपिक कार्डिया के नाम से जाना जाता है इसमें बालिका के काफी दिक्कत होती है इन्फेक्शन की संभावना ज्यादा रहती है जिसके चलते बालिका को हाई सेंटर रैफर किया गया

बाईट_मनीषा लेबर रूम में प्रसव करवाने वाली नर्सिंगकर्मी
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