चूरू. मासूमों के लिए बाल वाहिनियों का सफर जानलेवा साबित हो रहा है. निजी विद्यालय की लापरवाही की कीमत 6 वर्षीय मासूम को अपनी जान दे चुकानी पड़ी. दरअसल गांव रिबिया की 6 वर्षीय बालिका भारती नजदीकी गांव खंडवा के एक निजी विद्यालय में पहली कक्षा में अध्ययनरत थी जो शुक्रवार को हमेशा की तरह स्कूल के लिए तैयार होकर बाल वाहिनी में चढ़ रही थी, कि उसी दौरान बस में पहले से मौजूद बच्चों ने खेल-खेल में भारती को धक्का दे दिया. जिस पर 6 वर्षीय बालिका बस से नीचे गिर गई.
वहीं जिस वक्त हादसा हुआ उस वक्त बस में ना तो कोई कंडक्टर था और ना ही स्कूल का अन्य कोई स्टाफ. जिसके बाद गंभीर घायल हुई मासूम को स्कूल प्रबंधन ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए उसे जिला अस्पताल पहचाना उचित नहीं समझा और उसे गांव खंडवा के चिकित्सक के पास ले गए.
ग्रामीण चिकित्सक ने बच्ची को तुरंत जिला अस्पताल ले जाने की नसीहत दी आनन-फानन में स्कूल स्टाफ ने बच्ची को राजकीय भर्तियां अस्पताल के आपातकालीन वार्ड पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने बच्ची का उपचार शुरू कर उसे आईसीयू वार्ड में भर्ती किया. जहां मासूम बालिका ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया.
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अस्पताल पहुंची भालेरी थाना पुलिस ने बालिका का शव राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सुपुर्द किया. परिजनों की रिपोर्ट पर भालेरी थाना पुलिस ने बस सीज करने की कार्रवाई कर बाल वाहिनी चालक के खिलाफ लापरवाही बरतने सहित कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है.