चूरू. प्राकृतिक आपदाओं की मार झेल रहे परिंदों को अब मिलेगा स्थाई आशियाना. जिला मुख्यालय के सालों पुराने बैकुंठ धाम में इन परिंदों के लिए बहुमंजिला इमारत के निर्माण का कार्य शुरू भी हो चुका है.
इसी माह के अंत तक करीब पांच लाख रुपए की लागत से बन रहा यह 10 मंजिला भव्य फ्लैट इन पक्षियों के लिए बनकर तैयार भी हो जाएगा. चूरू की रेल्वे कॉलोनी स्थित बैकुंठ मुक्तिधाम में भामाशाह की मदद से तैयार हो रही यह बहुमंजिला इमारत संभवतः पक्षियों के लिए बनने वाली जिला मुख्यालय की पहली बहुमंजिला इमारत होगी.
340 दरवाजों की है यह बहुमंजिला इमारत
बैकुंठ मुक्तिधाम समिति के सचिव रुकमानंद भाकर ने बताया कि मुक्तिधाम में पक्षियों के लिए बन रहा यह बहुमंजिला फ्लैट करीब 38 फीट ऊंचा है. यहां विशेष बात यह है कि प्रत्येक मंजिल पर 38 फ्लैट का निर्माण हुआ है.
इस बहुमंजिला इमारत में पक्षियों के आने-जाने के लिए 340 दरवाजे हैं. जिला मुख्यालय के ही भामाशाह सीएम सारस्वत के आर्थिक सहयोग से पक्षीयों के लिए इस बहुमंजिला इमारत का निर्माण हो रहा है.
प्राकृतिक आपदा से बचाएगी यह इमारत
चूरू में बन रहा यह पक्षियों का आशियाना ना सिर्फ पक्षियों को प्राकृतिक आपदा से बचाएगा बल्कि पक्षियों के रहने का एक स्थायी ठिकाना भी होगा. मानूसन के मौसम में पेड़ पौधों पर रहने वाले इन पक्षियों पर आकाशीय बिजली गिरने के खतरे के साथ ही अंधड़ और तूफान में पेड़ गिरने और टूटने का भी खतरा रहता है. ऐसे में इन पक्षियों का अस्थाई आशियाना मौसम की मार भी झेलता है और इनका घर उजड़ जाता है.
सुरक्षा की दृष्टि से भी है सुरक्षित
चूरू के रेलवे बैकुंठ मुक्तिधाम में पक्षियों के लिए बन रही यह बहुमंजिला इमारत सुरक्षा की दृष्टि से भी सुरक्षित है. टॉवर नुमा गोलाकार आकृति में बना यह फ्लैट जमीन से 15 फीट ऊंचाई के बाद बने हैं. ऐसे में फ्लैट में रहने वाले पक्षियो को जंगली जानवरों से भी खतरा नहीं है और वह फ्लैट में आराम से सुरक्षित रह सकते हैं. फ्लैट के अंदर मार्बल का उपयोग किया है. बहुमंजिला इमारत की मजबूती का भी यहां ख्याल रखा गया है और इसके पूरे निर्माण के बाद इस बहुमंजिला इमारत के टॉप पर बाज या मोर की प्रतिमा भी लगाई जाएगी.