चूरू. जिले में कोरोना संक्रमण रोकने में नाकाम चिकित्सा महकमा अब कोरोना से हो रही मौत के आंकड़े भी छिपाने में लगा हुआ है. जिले में संक्रमण के दिन ब दिन बढ़ते प्रभाव और प्रसार को रोकने के लिए यहां चिकित्सा महकमे के पास ना तो कोई तैयारी और ना ही कोई एक्शन प्लान है. रविवार को यहां संक्रमित मरीजों की रिकार्ड मौत दर्ज की गई.
जिले में रविवार को 15 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई. जिसमें 7 मौत तो चूरू के राजकीय भर्तिया अस्पताल में हुई. बावजूद इसके जिले का चिकित्सा महकमा मौत के आंकड़े प्रदर्शित नहीं कर रहा है. जिले में हर रोज कोरोना के नए मरीजों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है. हर दिन पॉजिटिव केस अपने ही पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. ऐसे में जिले की चिकित्सा व्यवस्था भी चरमराने लगी है. यहां रेमडेसिवर का स्टॉक खत्म हो गया है. लोग सोशल मीडिया के माध्यम से मदद की गुहार लगा रहे हैं तो रविवार को जिले में 350 कोरोना के नए मरीज सामने आए.
कहां हो रही चूक
जिले में बढ़ते कोरोना के प्रसार की मुख्य वजह यहां मॉनिटरिंग की कमी है. जिले में कोरोना की पहली लहर में जिस ढंग से यहां चिकित्सा महकमे ने टीम बनाकर कार्य किया. उसकी तुलना में कोरोना की दूसरी लहर में यहां कोई चिकित्सा विभाग की टीम ने धरातल पर उतर और फील्ड में जा कार्य नही किया. जबकि इस बार कोरोना की दूसरी लहर पहले के मुताबिक और भी घातक हैं और मौत के आंकड़े भी हर रोज बढ़ रहे हैं. बावजूद इसके बड़े स्तर पर सैम्पलिंग नहीं हो रही है. फील्ड में प्रॉपर सर्वे नहीं हो रहा. चिकित्सा विभाग के उच्च अधिकारी टीम वर्क नहीं कर रहे, जिसका नतीजा सबके सामने है.