चित्तौड़गढ़. लंबे समय बाद जिला परिषद की साधारण सभा की बुधवार को ग्रामीण विकास सभागार में बैठक हुई. बैठक की शुरुआत में ही जिला परिषद सदस्य बद्रीलाल जाट सिंहपुर और बद्रीलाल जाट जगपुरा एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उलझ गए. जिला प्रमुख सुरेश धाकड़ ने डिटेल में जानकारी मांगते हुए जलदाय विभाग के अधिकारी को ऑफिस भेज दिया.
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जिला प्रमुख धाकड़ ने मामला शांत करायाः जिला प्रमुख डॉ. सुरेश धाकड़ की अध्यक्षता में बैठक की शुरुआत में ही जिला परिषद सदस्य और पूर्व डेयरी चेयरमैन बद्रीलाल जाट सिंहपुर द्वारा गत वर्ष वाटर ट्रांस्पोटेशन के दौरान ठेकेदार द्वारा टैंकर मालिकों को भुगतान नहीं किया जाने का मामला उठाया. उन्हें बड़ी सादड़ी विधायक ललित ओसवाल का भी समर्थन मिला. इस मामले में जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता द्वारा जवाब दिया जा रहा था कि सिंहपुर के बद्रीलाल द्वारा इसे सरकारी भ्रष्टाचार बता दिया. यह सुनकर डेयरी चेयरमैन बद्री लाल जाट जगपुरा तिलमिला उठे और पूछा कि इस मामले में सरकार का कौन सा इंवॉल्वमेंट है. इस पर दोनों के बीच जबरदस्त तू-तू, मैं-मैं हो गई. जगपुरा के बद्री का कहना था कि पूर्व विधायक के नाते सोच समझ कर बात रखनी चाहिए. सिंहपुर द्वारा सरकार पर बिना किसी आधार के तोहमत लगाना गलत है. करीब 10 मिनट तक दोनों के बीच खींचतान के बाद जिला प्रमुख धाकड़ ने दखल देते हुए मामला शांत करवाया.
अधीक्षण अभियंता को भेजा वापसः धाकड़ ने पूरे जिले में जिन-जिन टैंकर मालिकों के ठेकेदार का पैसे बकाया है, उसकी पूरी डिटेल में जानकारी मांगी है. इसके साथ ही अधीक्षण अभियंता को अपने ऑफिस भेज दिया. बैठक के दौरान जिला प्रमुख डॉक्टर धाकड़ ने देरी से पहुंचने वाले अधिकारियों की खैर खबर लेते हुए जवाब-तलब किया. वन विभाग से सहायक उप वन संरक्षक की उपस्थिति पर जिला प्रमुख ने पूछा तो जवाब आया कि उप वन संरक्षक बीमार हैं. जिसे जिला प्रमुख ने बहाना मानते हुए खूब खरी-खोटी सुनाई. जनसंपर्क विभाग को लेकर भी जिला प्रमुख ने तेवर दिखाए. कपासन विधायक अर्जुन लाल जीनगर ने चंदेरिया रूद राशमी सड़क मार्ग का मामला उठाते हुए जलदाय विभाग के अधिकारियों से रास्ते में आने वाले गांव की पाइप लाइन का काम करवाने के निर्देश दिए हैं.