चितौड़गढ़. बारां जिले से एक युवक और युवती को अधिवक्ता द्वारा शादी की फर्जी नोटरी (सर्टिफिकेट) देने के मामला सामने आया है. जिसके बाद धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए दंपत्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज की है.
दरअसल, बारां जिले के उम्मेदगंज गांव के रहने वाले प्रकाश नायक तथा ममता नायक ने घर से भागकर चितौड़गढ़ के एक न्यायालय में शादी की. लेकिन, युवती के घरवालों ने युवक पर अपहरण का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवा दिया.
कोर्ट में शादी करने के चलते अधिवक्ता की बेसिक फीस दी. इसके अलवात युवक के कहने पर उसके घर वालो ने अधिवक्ता के खाते में 30 हजार रूपये भेज दिए. लेकिन, कई बार मांगने पर भी अधिवक्ता ने उन्हें पैसे देने से इनकार कर दिया. अधिवक्ता का कहना है कि उसने फीस के पैसे लिए हैं. शादी करने के बाद जब दोनों अपने गांव पहुंचे तो युवती के परिजनों द्वारा युवक पर दर्ज करवाए गए मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
अपने बचाव के लिए युवक और युवती ने लीगल शादी के सुबूत के तौर पे, शादी का सर्टिफिकेट पेश किया. लेकिन उसमें नोटरी फर्जी निकली. इसके चलते युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. बाद में दंपत्ति को बारां जिला कलक्टर के सामने पेश किया गया. इसके बाद ही युवक को रिहा किर दिया गाया.
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दोनों ने चितौड़गढ़ अधिवक्ता से पैसे वापस लेने के उम्मीद से पांच से सात चक्कर लगाए. इसके बावजूद भी अधिवक्ता ने उनके पैसे नहीं लौटाए. इससे परेशान होकर दोनों ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक चितौड़गढ़ से की. शिकायत के दौरान बैंक की रसीद भी पेश की. फिलहाल, पुलिस ने मामले दर्ज कर लिया है और जांच में जुट गई है.