चित्तौड़गढ़. गंगरार थाना क्षेत्र में जिंक पुलिया के निकट सोमवार शाम बाइक को टक्कर मारने के बाद ट्रेलर गर्भवती महिला के पेट के ऊपर से गुजर गया. हादसे में गर्भवती ने शिशु को तो जन्म दे दिया, लेकिन दोनों की मौत हो गई. महिला ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि नवजात में हलचल थी तो चिकित्सक को बुलाकर बच्चे की नाल काटनी पड़ी. वहीं बच्चे को बचाने के प्रयास विफल रहे. इसके पति और सात साल का बालक भी हादसे में घायल हुए हैं, जिन्हें जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है.
जानकारी के मुताबिक, शहर के ढोली मोहल्ला निवासी बलराज ढोली अपनी गर्भवती पत्नी हेमलता और सात साल के बेटे बन्ना को लेकर गंगरार से चित्तौड़गढ़ की ओर आ रहा था. इस दौरान जिंक पुलिया के समीप पीछे से आए ट्रेलर ने बाइक को टक्कर मार दी. इससे बाइक सवार पति-पत्नी के साथ बेटा भी नीचे गिर गया. बाप और बेटे तो साइड में गिरे, लेकिन हेमलता सड़क पर ही गिर गई. ऐसे में ट्रेलर का पहिया इसके ऊपर से गुजर गया.
ट्रेलर गुजरने के कारण महिला ने बच्चे को समय से पहले ही जन्म दे दिया. हादसे के बाद सड़क रक्त रंजित हो गई थी. नवजात में हलचल हो रही थी, इस पर उसकी नाल काटने के लिए चिकित्सक को बुलाया गया. हादसे में बलराज और इसका पुत्र बन्ना भी घायल हो गए थे. बन्ना को तो पहले ही निजी वाहन से चिकित्सालय भेज दिया गया. वहीं बाद में एम्बुलेंस से बलराज और नवजात को चिकित्सालय लाया गया.
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नवजात को महिला एवं बाल चिकित्सालय लाए, जहां कुछ ही देर बाद उसने दम तोड़ दिया. ऐसे में गर्भवती और नवजात की मौत हो गई. बलराज ढोली और उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें सांवलियाजी राजकीय सामान्य चिकित्सालय में भर्ती किया गया है. मामले की सूचना मिलने पर गंगरार पुलिस मौके पर पहुंची. दोनों ही के शव को जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया है. शाम हो जाने के कारण शव के पोस्टमार्टम नहीं हुए. हादसे की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में रिश्तेदार और शहरवासी चिकित्सालय में एकत्रित हो गए.
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टूट गई चमत्कार की उम्मीद
नवजात में हलचल थी तो ऐसे में उसके बचने की उम्मीद थी. मौके पर ही नाल को काटा गया और नवजात को रुई में लपेटकर चिकित्सालय लाए. वहां मौजूद लोगों को हादसे में एक चमत्कार की उम्मीद थी. एम्बुलेंस स्टाफ ने भी पहले नवजात को महिला एवं बाल चिकित्सालय पहुंचाया और पिता को बाद में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया. लेकिन थोड़ी देर बाद ही नवजात ने दम तोड़ दिया और चमत्कार की उम्मीद भी टूट गई.