चित्तौड़गढ़. जिले के निकुम्भ थाना क्षेत्र में दुपहिया वाहनों पर चलने वाले और राहगीरों की आंखों में मिर्ची पाउडर डालकर लूट की संगीन वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में तीन बदमाशों को पकड़ा है. जिन्हें फिलहाल बापर्दा रखा गया है. जिनसे पुलिस पूछताछ कर रही है. पूछताछ में इनसे और भी वारदात का खुलासा होने की संभावना है.
वहीं, गिरफ्तार बदमाशों का पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड है. पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि जिला चित्तौड़गढ़ और निकुम्भ थाना सर्कल में विशेष गैंग की और से दुपहिया वाहन और रास्ते पर पैदल चलने वालो की आंखों में मिर्ची पाउडर डालकर मारपीट कर लूट की संगीन आपराधिक घटनाएं हुई थी. इन्हीं को दृष्टिगत रखते हुए सक्रिय गैंग को चिन्हित कर वारदातों में लिप्त अपराधियों को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन किया गया.
पढ़ें: कोरोना में राजस्थान के 4 लाख पेंशनर्स को राहत, बिना एनएसी अब मेडिकल स्टोर से खरीद सकेंगे दवा
उक्त टीम ने पिछले कई दिनों से तकनीकी आधार और मुखबिर मामूर कर अपराधियों की सरगर्मी तलाश की. इस मामले में रविवार को टीम ने संदिग्ध बोराखेड़ी निवासी हिरालाल, मध्यप्रेदश के नीमच में भगवानपुरा कॉलोनी निवासी सोनू और नासीर उर्फ बरखेड़ा निवासी मुराद पुत्र अनार खां अली को डिटेन कर पूछताछ की गई.
इसपर तीनों ने अपने एक अन्य साथी सुनिल के साथ मिलकर थाना क्षेत्र निकुम्भ, कोतवाली निम्बाहेड़ा और सदर निम्बाहेड़ा के अलग-अलग स्थानों पर वारदात को अंजाम देकर मोबाइल, गहने और नगदी लूट कर ले जाने की आधा दर्जन से ज्यादा वारदातें करना स्वीकार किया. इसमें थाना सर्कल निकुम्भ में 3 मई को नाथुलाल डांगी निवासी भालोट से मारपीट कर नगदी मोबाइल लूट लेना, बामनखेडी रोड पर नानालाल तिवाडी और उसकी पत्नी से मारपीट कर नकदी, पायजेब और मंगलसूत्र लूट लेना आदि को लूट करना स्वीकार की है. मामले में सुनिल नायक निवासी अरनीया माली अभी फरार है