चित्तौड़गढ़. कलेक्ट्रेट चौराहा स्थित अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में मंगलवार से सेटेलाइट हॉस्पिटल शुरू हो गया. राजस्थान धरोहर प्राधिकरण बोर्ड के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह जाड़ावत और जिला कलेक्टर पियूष समारिया ने मौली बंधन खोलकर इसे शहर के लिए समर्पित किया.
इस अवसर पर राज्यमंत्री जाड़ावत ने कहा कि चित्तौड़गढ़ में सेटेलाइट हॉस्पिटल की डिमांड काफी लंबे समय से की जा रही थी, जिसे मुख्यमंत्री ने तुरंत मंजूरी प्रदान की. सेटेलाइट हॉस्पिटल शहर के लगभग 35 वार्डों को कवर करेगा. इससे सरकारी अस्पताल का भार कम होगा. उन्होंने कहा कि 15 अगस्त के राष्ट्रीय पर्व से बड़ा कोई पर्व नहीं है. इसलिए इस अस्पताल को आज शुरू किया जा रहा है. सरकार ने यहां डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति शुरू कर दी है. शीघ्र ही यहां इनडोर सुविधाएं भी प्रारंभ की जाएगी.
पढ़ें: भीलवाड़ाः जिला कलेक्टर ने शाहपुरा का किया दौरा, सेटेलाइट हॉस्पिटल में कोविड सेंटर बनाने के निर्देश
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ घोषणाएं नहीं करते, उन्हें क्रियान्वित भी करते हैं. सरकार ने सीएचसी चंदेरिया के लिए 5 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं. शीघ्र ही वहां कार्य प्रारंभ होगा. राज्यमंत्री ने कहा कि सेटेलाइट चिकित्सालय परिसर में पुलिस चौकी भी जल्द शुरू होगी. उन्होंने पीएमओ को चिकित्सालय के लिए सभी आवश्यक सुविधाए सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. इस अवसर पर जिला कलेक्टर समारिया ने कहा कि चित्तौड़गढ़ में चिकित्सा के क्षेत्र में मूलभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए लगातार कार्य किए गए हैं. बहुत ही कम समय में इस चिकित्सालय को प्रारंभ किया गया है.
उन्होंने कहा कि सेटेलाइट चिकित्सालय की केंद्रीय स्थिति के कारण मरीजों और उनके परिजनों को आने-जाने में काफी सुविधा होगी. उन्होंने कहा कि जिले में चिकित्सा ढांचे को मजबूत करने के लिए आगे भी प्रयास किए जाएंगे. कपासन प्रधान भेरूलाल चौधरी ने कहा कि आज चित्तौड़गढ़ में चिकित्सा के क्षेत्र में एक बहुत बड़ा कीर्तिमान स्थापित हुआ है. राजस्थान सरकार ने जो योजनाएं दी है, ऐसी योजनाएं दुनिया में कहीं नहीं है. सभापति संदीप शर्मा ने कहा कि राज्यमंत्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत की मजबूत इच्छाशक्ति के बल पर सेटेलाइट चिकित्सालय शुरू हुआ है. इस बिल्डिंग को व्यवस्थित स्वरूप प्रदान करने के लिए परिसर में गांधी वाटिका बनाई गई है.