चित्तौड़गढ़. डीएसटी व बेंगू थाना पुलिस ने रविवार तड़के क्षेत्र में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. इस दौरान पुलिस ने मौके से 131 किलोग्राम अवैध डोडा चूरा सहित एक्सयूवी कार को जब्त कर लिया. साथ ही चालक सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, जब्त डोडा चूरा की कीमत करीब चार लाख रुपए आंकी जा रही है.
पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि जिले में समस्त थानाधिकारियों को अपराध नियंत्रण व जिला विशेष टीम को अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. इसी क्रम में डीएसटी को सूचना मिली थी कि एमपी की तरफ से आने वाली एक्सयूवी कार में अवैध मादक पदार्थों का परिवहन किया जा रहा है.
ऐसे में डीएसटी ने उक्त सूचना से बेंगू थाना के कार्यवाहक प्रभारी देवेंद्र कुमार को अवगत कराया. सूचना पर बेंगू थाना पुलिस ने क्षेत्र के अंतरराज्यीय सीमा पर नाकाबंदी कर वाहनों की तलाशी शुरू की. इसी क्रम में एमपी की ओर से एक संदिग्ध एक्सयूवी कार तेज गति से आती दिखाई दी. इस पर पुलिस ने कार को रुकवाने का प्रयास किया, लेकिन चालक नहीं रुका और तेज गति से कार को चित्तौड़गढ़-कोटा नेशनल हाईवे की ओर ले भागा.
इसे भी पढ़ें - बाड़मेर में 10 लाख रुपए का अवैध डोडा चूरा जब्त, समदड़ी पुलिस ने एक आरोपी को किया गिरफ्तार
ऐसे में पुलिस टीम ने कार का पीछा किया और उसे फोरलेन रोड से गोरला गांव की तरफ जाने वाली सिंगल रोड पर पकड़ लिया, जिसके बाद चालक और उसका साथी कार को बीच रास्ते छोड़कर भागने लगे. हालांकि पुलिस टीम ने दोनों को घेर कर दबोच लिया. पुलिस की ओर से बताया गया कि कार की तलाशी लेने पर उसमें से 7 कट्टे डोडा चूरा बरामद हुए हैं. इस पर पुलिस ने चालक और उसके साथी से डोडा चूरा के परिवहन से संबंधित अनुज्ञा पत्र व लाइसेंस मांगे तो उनके पास कोई भी दस्तावेज नहीं था. इसके बाद पुलिस ने अवैध डोडा चूरा का वजन किया, जो 131 किलोग्राम था.
इधर, पुलिस ने अवैध डोडा चूरा के साथ ही एक्सयूवी कार को भी जब्त कर लिया है. पुलिस की ओर से बताया गया कि कार चालक की शिनाख्त चूरू जिले के दडीब बीदासर निवासी बाबू खां पुत्र ताजू खां और उसके साथी डिडवाना कुचामन के मौलासर निवासी विनोद पुत्र पप्पूराम बंजारा के रूप में हुई है. वहीं, दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही चालक के खिलाफ पूर्व में भी एनडीपीएस एक्ट में प्रकरण पंजीबद्ध होने की बात कही गई. फिलहाल चालक और उसके साथी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान की कार्रवाई की जा रही है.